4 नवंबर को है देवोत्थान एकादशी, गहरी नींद से जागेंगे भगवान विष्णु, शादी विवाह का होगा शुभारंभ

आज अक्षय नवमी है. 2 दिन बाद अर्थात 4 नवंबर को देवोत्थान एकादशी मनाया जाएगा. इस दिन को देवउठनी एकादशी भी कहा जाता है. मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु गहरी नींद में सोने के बाद इसी दिन जगते हैं. के साथ ही शुभ कार्यों का शुभारंभ हो जाता है. विशेषता इसी दिन के बाद बेटा बेटी का विवाह आयोजित होता है.

मिथिला पंचांग के अनुसार 20 नवंबर से और बनारस पंचांग के अनुसार 24 नवंबर से लग्न कार्य शुरू हो रहे हैं।

आचार्य माधवानंद (माधव जी) कहते हैं कि शुक्र ग्रह उदित नहीं होने और अगहन महीना नहीं शुरू होने के कारण इस वर्ष देवोत्थान एकादशी के बावजूद लग्न कार्य देर से शुरू हो रहे हैं। 17 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश के साथ ही अगहन महीना शुरू होगा। 17 नवंबर के पहले सूर्य तुला राशि में रहेगा। कार्तिक महीने में शादियां नहीं होती हैं। इस वर्ष मिथिला पंचांग के अनुसार शादी-विवाह के 13 मुहूर्त हैं, जबकि बनारस पंचांग के अनुसार शादी-विवाह के 12 मुहूर्त पड़ रहे हैं। मिथिला पंचांग के अनुसार 20 नवंबर को दिवा-रात्रि लग्न पड़ रही है।

लग्न के महीने

अगहन, माघ, फाल्गुन, वैशाख, जेठ और आषाढ़

मिथिला पंचांग के अनुसार लग्न

नवंबर 20, 21, 24, 25, 27, 28, 30

दिसंबर 4, 5, 7, 8, 9, 14

बनारस पंचांग के अनुसार लग्न

नवंबर 24, 25, 26, 28

दिसंबर 2, 3, 4, 7, 8, 9, 13, 14

डेली बिहार न्यूज फेसबुक ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें….DAILY BIHAR  आप हमे फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और WhattsupYOUTUBE पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *