बंगाली अखाड़ा में खुला पट, माता के दर्शन को उमड़े श्रद्धालु

नवरात्रि की षष्ठी तिथि को बंगाली अखा़ड़ा में मां दुर्गा के पट खोल दिए गए। जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बंगाली अखाड़ा लंगरटाेली, यारपुर कालीबाड़ी, छज्जूबाग अाैर अार ब्लाॅक बंगाली अखाड़ा में पूरे भक्तिभाव से की गई पूजा-अर्चना

नवरात्र की षष्ठी तिथि शुक्रवार की शाम से बांग्ला पूजा पंडालाें में माता का दर्शन-पूजन शुरू हाे गया। सुबह में पूजा की तैयारी अाैर शाम में अामंत्रण-अधिवास के साथ माता का पट खुला। लंगर टोली बंगाली अखाड़ा में सुबह 8.42 बजे श्री श्री शारदीया दुर्गा देवी की षष्ठी पूजा अारंभ हुर्इ। उसके बाद शाम में देवी का अामंत्रण व अधिवास हुअा। फिर दर्शन शुरू हाे गया।
कोलकाता से आए ढाकिए पूजा के दाैरान ढाक बजाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दे रहे थे। ढाक की धुन पर कई भक्त मगन हो नाचते-गाते दिखे। वहीं अार ब्लाॅक बंगाली अखाड़ा में शाम 6 बजे के बाद पूजा शुरू हुर्इ अाैर माता की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ अामंत्रण-अधिवास हुअा अाैर लाेग दर्शन काे जुटने लगे। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी दुर्गा पूजा छज्जूबाग सर्वजनिन दुर्गा पूजा कमिटी, रामकृष्ण मिशन आश्रम, पटना कालीबाड़ी यारपुर समेत अन्य बांग्ला पूजा समितियों के पूजा पंडालों में भी षष्ठी पूजा के साथ माता की पूजा-अर्चना के बाद दर्शन का सिलसिला शुरू हो गया। अार ब्लाॅक बंगाली अखाड़ा में शाम की अारती के दाैरान धुनुची नृत्य भी हुअा। शनिवार की सुबह से महासप्तमी पूजा हाेगी।

बंगाली अखाड़ा में कुंवारी पूजा का खास महत्व, महाअष्टमी को की जाएगी विशेष पूजा-अर्चना
बंगाली अखाड़ा में कुंवारी पूजन के लिए छह महीने पहले ही एक कुंवारी कन्या को चुन लिया जाता है। उम्र 7-8 साल होती है। अष्टमी के दिन पूरे विधि-विधान से मां भगवती की तरह कुंवारी कन्या की पूजा की जाती है। इस दौरान बंगाली समाज के साथ स्थानीय लोगों की जबरदस्त भीड़ होती है। इसके बाद बंगाली अखाड़ा में 108 कमल से संधि पूजा भी होगी। महाअष्टमी की शाम होने वाली इस विशेष पूजा की तैयारियां चल रही है। कमल के फूल कोलकाता से मंगाए जा रहे हैं। संधि पूजा को बंगाली समाज असली पूजा मानता है। माना जाता है कि 50 मिनट की इस पूजा के दौरान मूर्ति में साक्षात मां प्रवेश कर जाती हैं। मान्यता है कि भगवान राम ने भी संधि पूजा की थी।

दु्र्गा मंदिरों व पूजा पंडालों में शनिवार को मां भगवती की प्रतिमा के पट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। नवरात्र के छठे दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने देवी के छठे स्वरूप कात्यायनी की उपासना की। या देवी सर्वभूतेषु … से गुंजायमान हो रहा इलाका। शक्तिपीठ मंदिरों में श्रद्धालुअों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। बड़ी पटन देवी मंदिर, छोटी पटनदेवी मंदिर, अगमकुअंा स्थित मां शीतला माता मंदिर, गायघाट स्थित मां दु्र्गा माता के मंदिर व प्यारे लाल के बाग स्थित मां शीतला माता मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं। बंगाली समुदाय की ओर से गायघाट स्थित सांस्कृतिक परिषद गुलजारबाग में धार्मिक अनुष्ठान हुए। इसके अलावा बड़ी देवी जी मारुफगंज व महाराजगंज में महाषष्ठी पूजा हुई। शाम में देवी अामंत्रण अधिवास का अनुष्ठान हुआ।

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