दशहरा : डाकबंगला पर होगा साउथ का शिव मंदिर, फूलों से बनेगा पूजा पंडाल
PATNA : इस बार पटना का दशहरा आकर्षण का केन्द्र होगा। सबसे चर्चित डाकबंगला चौराहा पर इस बार लगातार 56वें साल पूजा का आयोजन हो रहा है। इसलिए तैयारी भी खास है। यहां दक्षिण भारत के शिवमंदिर से मिलता-जुलता पंडाल होगा। कई और पुरानी पूजा समितियां भी अपने-अपने तरीके से आयोजन को खास बनाने में जुटी हुई हैं। दिलचस्प यह है कि पूजा में इस बार पर्यावरण भी थीम होगा। लोगों में पर्यावरण को बचाने का संदेश देने के लिए फूलों से ही पंडाल भी बनाए जा रहे हैं।
डाकबंगला पर होगा साउथ का शिव मंदिर : श्री नवयुवक संघ दुर्गा पूजा समिति डाकबंगला चौराहा की ओर से इस बार पूजा का 56वां साल है। 1964 से यहां पूजा हो रही है। हर बार अलग थीम पर आधारित पंडाल व माता की भव्य प्रतिमा के लिए चर्चित डाकबंगला पर इस बार साउथ के एक चर्चित शिवमंदिर की प्रतिकृति साकार होगी। लकड़ी और प्लार्इ से बनने वाले पंडाल की नक्काशी भारतीय स्थापत्य कला खासतौर से साउथ इंडिया की नक्काशी कला को जीवंत करेगा। महासचिव डॉ. पुरुषोत्तम मिश्रा के अनुसार पंडाल पर जगह-जगह भगवान शंकर के कर्इ रूपों का भी पटना के श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। 1980 से लगातार अध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री संजीव प्रसाद टोनी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी डाकबंगला पर माता का भव्य रूप साकार होगा। साथ ही पंडाल व लाइटिंग भी सबसे अलग व खास हाेगी। कोलकाता से आए मूर्तिकार माता की प्रतिमा बनाने में लग गए हैं।
बेली रोड दुर्गा आश्रम में बनेगा फ्लावर टेंपल : बेली रोड दुर्गा अाश्रम में इस बार प्रकृति के प्रति प्रेम दर्शाने और पर्यावरण रक्षा के प्रति श्रद्धालुओं को जागरुक करने के लिए फूलों से मंदिर की तरह का फ्लावर टेंपल साकार होगा। 1939 में स्थापित इस पूजा समिति की खासियत है कि हर साल कुछ अलग किया जाता है। सचिव रंजीत कुमार ने बताया कि दुर्गा आश्रम में पहले मिट्टी की दीवार थी, 1995 में जीर्णाेद्धार हुअा। तब से हर साल अलग थीम पर पूजा होती है। भक्तों को माता के भव्य आशीर्वादी रूप का दर्शन होगा। लेकिन पंडाल पर इस बार कपड़े की जगह फूलाें का प्रयाेग किया जाएगा। पंडाल के ऊपरी हिस्से में आर्टिफिशियल और नीचे ताजा फूलों का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही पिलर नंबर 86 से 72 तक लाइटिंग होगी।
वीणा सिनेमा के पास 1975 से हो रही है पूजा : स्टेशन रोड में वीणा सिनेमा के पास बनने वाला पूजा पंडाल अब अंदर चला गया है, क्योंकि एलिवेटेड ब्रिज बनने के बाद श्री श्री दुर्गापूजा समिति बच्चा पार्टी को पंडाल बनाने में दिक्कत होने लगी है। सचिव अनिल कुमार सिन्हा बताते हैं कि वीणा सिनेमा में 1975 में शाेले फिल्म लगी थी, उसी साल से वे लाेग पूजा कर रहे हैं। हालांकि उससे पहले भी लाेग यहां पूजा करते थे, पर पूजा समिति के लोगों को इसकी सही-सही जानकारी नहीं है। यहां कोलकाता से आए मूर्तिकार हालू घोष माता की भव्य प्रतिमा निर्माण में लगे हैं।
आशियाना फेज वन में माता की विशेष प्रतिमा के दर्शन : अाशियाना नगर दुर्गा पूजा समिति इस बार रजत जयंती वर्ष मना रहा है। इस लिए माता की प्रतिमा भी विशेष हाेगी। काेलकाता के नामचीन मूर्तिकार जगन्नाथ पाल मूर्ति बनाने में लगे हैं। अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि रजत जयंती वर्ष हाेने के उपलक्ष्य में इस बार गरीब व अनाथालय के बच्चों के बीच किताबें, पाठ्य सामग्री व उनकी जरूरत की अन्य चीजें वितरित की जाएंगी। षष्ठी से लेकर दशमी तक हर दिन शाम में अारती के बाद भजन संध्या का आयोजन होगा। इस बाद मध्य प्रदेश से आ रहे कलाकार रूपेश ठाकुर का गायन होगा। साथ ही सप्तमी काे हलवा, अष्टमी को खीर-पूड़ी और नवमी को खिचड़ी और बजका का भोग श्रद्धालुओं के बीच बंटेगा। पूजा की तैयारी में सचिव देवेश कुमार भगत समेत 25 सदस्य सक्रिय रूप से लगे हैं।
कदमकुआं में बरसाने का राधा कुंज महल : श्री श्री नवयुवक दुर्गा पूजा समिति डाेमन भगत लेन कदमकुआं में बरसाने का राधा कुंज महल की प्रतिकृति साकार होगी। हर साल की तरह बंगाल के कारीगरों द्वारा भारत माता की प्रतिमा बैठाने की तैयारी है। पूजा समिति के ट्रेजरर डॉ. अमरनाथ प्रसाद ने बताया कि दाे-तीन दिनाें में पूरा प्लान फाइनल हाे जाएगा। 1957 में स्थापित पूजा समिति का गठन आजादी की लड़ार्इ में अहम भूमिका निभाने वाले डोमन भगत से प्रभावित होकर किया गया था और तभी से हर साल भारत माता की प्रतिमा बैठार्इ जाती है। पूजा की तैयारियों में अध्यक्ष पंकज कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष रंजन कुमार यादव, महासचिव राकेश अग्रवाल, सचिव अमन किशोर अमन आदि सक्रिय हैं।