चुनाव आयोग से कांग्रेस सहित विपक्षी दलों को झटका, ECI ने कहा- बैलेट पेपर से नहीं हो सकता चुनाव
New Delhi : देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियाँ लगातार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी की आशंका के चलते चुनावों को बैलेट पेपर से कराने की माँग करती रहीं है। चुनाव आयोग हमेशा से इस बात को खारिज करता रहा है कि ईवीएम में गड़’बड़ी हो सकती है। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक पार्टियों को बार बार भरोसा दिलाया है कि ईवीएम मशीन पूरी तरह से सुरक्षित है इसमें किसी प्रकार से छेड़छाड़ संभव नहीं है। लेकिन फिर भी विपक्षी राजनीतिक पार्टियों को लगता है कि ईवीएम मशीनो से छेड़छाड़ की जा सकती है।
शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की माँग को पूरी तरह से ख़ारिज कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व में पारित आदेशों का हवाला देते हुए बैलेट पेपर से वापस चुनाव कराने लाने की मांग को ख़ारिज कर दिया है। सीईसी सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, “हम बैलेट पेपर के ज़माने में वापस नहीं जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट बार बार कह चूका है कि बैलेट हमारे अतीत हैं।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और टीडीपी के एन चंद्रबाबू नायडू, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे सहित अन्य विपक्षी नेताओं ने बार-बार दावा किया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ छेड़छाड़ की जा सकती है और बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है। ममता बनर्जी ने अक्सर कहा है कि ईवीएम का उपयोग पहले अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे विकसित देशों में किया जाता था, लेकिन वे सभी बैलेट पेपर प्रणाली में वापस आ गए है।