नीतीश सरकार का झूठा दावा, कहा-पटना में बाढ़ में डूबने से नहीं हुई कोई मौ’त

PATNA : आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने दावा किया है कि पटना में डूबने से किसी की मौ’त नहीं हुई है। जिले में चार लोगों की मौ’त हुई है। उन सभी की मौ’त ऑटो पर पेड गिरने के कारण हुई है। राज्य में कुल 66 लोगों की हुई। इनमें बाढ़ के कारण केवल बीस लोगों की जान गई है।

मंत्री ने बताया कि नवादा में आठ लोगों की मौ’त बाढ़ के पानी में ड्बने से हुई है। इसके अलावा नालंदा में दो, खगड़िया में तीन और जहानाबाद में दो लोगों की मौ’त डूबने से हुई है। इसके अलावा हुई मौ’तों के कई अन्य कारण हैं। घर की दीवार गिरने से भी कई लोगों की मौ’त हुई है। ऐसी घटनाओं में नौ लोग घायल भी हुए हें। हलक जिले में एक दर्जन लोगों की मौ’त हुई है। उसमें डूबने से दो की मौ’त हुई है। गया में भी एक व्यक्ति की मौ’त डूबने से हुई है। वहां अन्य चार लोगों की मौ’त दीवार गिरने से हुई है। कैमूर में भी दीवार गिरने से चार लोग मरे हैं। इस घटना में लगभग आध दर्जन लोग घायल भी हुए हैं।

पानी से भरे गैरेज में करंट, मैकेनिक की मौ’त : कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी के जी सेक्टर में गैरेज में भरे पानी में बिजली का करंट दाैड़ने से मोटर मैकनिक 18 वर्षीय मो. सोहराब की मौ’त हो गई। वह फुलवारीशरीफ के नयाटोला का रहने वाला था। उसके पिता मो. सईद वहीं थे लेकिन वे कुछ नहीं कर सके। आनन-फानन में बिजली काटी गई और सोहराब को पास के अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने मृ’त घोषित कर दिया। राजधानी में भारी बारिश की वजह से पिछले तीन-चार दिनों में छह लाेगाें की मौ’त इसी तरह से हुई है। उसकी मौ’त के बाद घर से लेकर फुलवारीशरीफ तक कोहराम मच गया। गैरेज के आसपास रहने वाले लाेग भी वहां पहुंच गए।

इधर नयाटोला स्थित घर में रोना-धोना शुरू हो गया। साेहराब छह भाइयों में पांचवें नंबर पर था। उसकी तीन बहनों में सभी की शादी हो चुकी है। पिता सईद भी मोटर मैकनिक हैं। जवान बेटे की मौ’त के बाद मां साबरा खातून का रो-रोकर बुरा हाल था।

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