बिहार में इन जगहों को पर्यटन के लिए किया जायेगा विकसित, स्वदेश दर्शन योजना के तहत हुआ चयन

Desk: स्वदेश दर्शन योजना के तहत उत्तर बिहार के सभी पर्यटन स्थल को विकसित किया जायेगा. इसके लिए पर्यटन विभाग ने 9974 लाख रुपये का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है. स्वीकृति मिलने के बाद पर्यटन स्थल को विकसित करने का काम शुरू हो जायेगा, ताकि उत्तर बिहार में पर्यटकों की संख्या बढ़ सके.

सभी जिलों की होगी समीक्षा
इसके लिए विभागीय स्तर पर एक डॉक्यूमेंट्री भी केंद्र सरकार को प्रस्ताव के साथ भेजा गया है. दूसरी ओर, राज्य सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सभी जिलों की समीक्षा करने का दिशा निर्देश पर्यटन अधिकारियों को दिया है, ताकि सभी पर्यटन स्थलों का विकास किया जा सके.

योजना के तहत जुड़ेगा सोनपुर मेला परिपथ
स्वदेश दर्शन योजना के तहत पर्यटन विभाग ने सोनपुर मेला परिपथ, वैशाली हेरिटेज टूरज्मि, केसरिया स्तूप को शामिल करने का निर्णय लिया है, ताकि यहां पर पर्यटकों के लिए सभी सुविधाएं बढ़ायी जा सकें. पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां पर अत्याधुनिक सुविधाएं दी जायेंगी. जहां आने पर देश-विदेश के पर्यटकों को किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.

योजना के तरह नौ राज्यों में विकास के लिए 15 स्थानों की पहचान
स्वदेश दर्शन योजना की रामायण परिपथ थीम के तहत उत्तर प्रदेश व बिहार सहित नौ राज्यों में विकास के लिए 15 स्थानों की पहचान की गयी है. बिहार के सीतामढ़ी, बक्सर, दरभंगा व मधुबनी जिले को शामिल किया गया है. योजना को पूरा करने लिए 6733.53 लाख रुपये की डीपीआर तैयार की गयी है.

ये जगह भी होंगे विकसित
योजना के तहत गया, जहानाबाद व नालंदा जिले को भी शामिल किया गया है. इसमें तुरकौलिया, एमएस कॉलेज, पीपरा कोठी, गांधी संग्रहालय, सत्याग्रह पार्क, मोती झील, मधुबन आश्रम सहित अन्य स्थलों को शामिल किया गया है.

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