गाँधी मैदान-PMCH के बीच अब नहीं लगेगा जाम, 500 करोड़ खर्च कर अशोक राजपथ पर बनेगा एलिवेटेड सड़क

PATNA ; आने वाले वर्षों में शहर के सबसे व्यस्ततम रोड अशोक राजपथ को जाम से मुक्ति मिलेगी। कारगिल चौक से पीएमसीएच होते हुए एनआईटी मोड़ तक चार लेन एलिवेटेड रोड का निर्माण होगा। साथ ही मीठापुर फ्लाईओवर से चिरैयाटांड़ फ्लाईओवर भी जुड़ेगा। दोनों परियोजनाओं पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शुक्रवार को बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की परियोजनाओं की समीक्षा के क्रम में पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने दोनों एलिवेटेड रोड की डीपीआर (विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन) की मंजूरी दे दी।

ऐसा होगा एलिवेटेड रोड : कारगिल चौक से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल होते हुए एनआईटी मोड़ तक चार लेन एलिवेटेड रोड बनेगा। इसकी मौजूदा लागत लगभग 300 करोड़ आंकी गई है। कारगिल चौक से एनआईटी मोड़ तक बनने वाले इस एलिवेटेड रोड की लंबाई 2070 मीटर होगी। डीपीआर की मंजूरी के बाद इसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी। उम्मीद है कि इस साल तक कागजी प्रक्रिया समाप्त कर निर्माण कार्य शुरू हो जाए।

अशोक राजपथ में राज्य के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच के अलावा बीएन कॉलेज, साइंस कॉलेज सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों की संख्या काफी अधिक है। इस कारण शहर में सबसे अधिक जाम की समस्या अशोक राजपथ में ही रहती है। जगह की कमी के कारण इस सड़क की चौड़ाई को बढ़ाना नामुमकिन है। इसे देखते हुए ही सरकार ने अशोक राजपथ में एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया है ताकि जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं हो और अधिक तोड़फोड़ किए बिना ही एलिवेटेड रोड का निर्माण हो जाए।

वहीं, मीठापुर फ्लाईओवर से चिरैयाटांड़ कंकड़बाग बाइपास तक प्रस्तावित एलिवेटेड रोड की डीपीआर की भी मंजूरी दे दी गई। लगभग 200 करोड़ की लागत से 960 मीटर लंबे इस चार लेन ऐलिवेटेड पुल के बन जाने से जंक्शन के करबिगहिया छोर पर लगने वाले जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। आर ब्लॉक से महावीर मंदिर या करबिगहिया छोड़ से लोग बेरोकटोक ऊपर-ऊपर ही आ-जा सकेंगे।

अभी आर ब्लॉक पटना से वीरचंद पटेल पथ में फ्लाईओवर का निर्माण कार्य चल रहा है। मंत्री ने इसे जल्द ही पूरा करने को कहा। इसके बन जाने से आर ब्लॉक से महावीर मंदिर होते हुए लोग कंकड़बाग फ्लाईओवर के माध्यम से आ-जा सकेंगे।

जेपी सेतु के समानांतर प्रस्तावित चार लेन पुल बनना है। इसकी डीपीआर बन रही है। मंत्री ने अविलंब इसकी डीपीआर बनाने को कहा गया है ताकि इस पर आगे का काम शुरू हो सके।

इसकी मिल चुकी है मंजूरी : मीठापुर से रामगोविंद सिंह महुली हॉल्ट तक 1030 करोड़ 57 लाख की लागत से 8.86 किमी एलिवेटेड पथ का निर्माण राज्य सरकार करेगी। बुधवार को कैबिनेट बैठक में इसकी मंजूरी दी गई थी।

गया में फल्गु पर पुल बनेगा : बैठक में गया की फल्गु नदी पर प्रस्तावित पुल की भी मंजूरी दी गई। लगभग 35 करोड़ की लागत से 450 मीटर लंबे बनने वाले पुल से नदी पार करने में लोगों को सुविधा होगी। डीपीआर मंजूरी के बाद मंत्री ने इस पर तेजी से काम करने को कहा।

अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि गोपालगंज से मोतिहारी को जोड़ने के लिए गंडक नदी पर बन रहा सत्तरघाट पुल बनकर तैयार है। साथ ही सारण से मुजफ्फरपुर को जोड़ने वाले बंगराघाट पुल का निर्माण भी पूरा हो चुका है। जल्द ही इन दोनों का लोकार्पण होगा ताकि लोगों का सफर आसान हो सके। पुल निर्माण निगम के अधीन अभी 160 परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें से 54 का काम मार्च 2020 तक तो 98 का काम जून 2020 तक पूरा हो जाएगा। मंत्री ने सभी परियोजनाओं को हर हाल में गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने को कहा है।

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