चीनी कंपनी को मिला था गांधी सेतु पुल 2 बनाने का जिम्मा, मोदी सरकार ने टेंडर किया रद्द

गांधी सेतु के समानांतर पुल का टेंडर रद्द, ठेका लेने वाली कंपनी के चीनी पार्टनर; केंद्र सरकार का फैसला, फिर टेंडर होगा, कुल 14.5 किलोमीटर लंबे इस सेतु के गंगा पर पुल की लंबाई 5.63 किमी है। एप्रोच समेत 14.5 किमी लंबे सेतु पर खर्च होंगे 2927 करोड़ रुपए, टेंडर में चुनी गई 7 एजेंसियों में 2 ने चीन की एजेंसियों को बनाया था पार्टनर

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल का टेंडर रद्द कर दिया है। मंत्रालय ने चयनित सातों एजेंसियों को टेडर रदद् करने की सूचना देते हुए फिर से रिटेंडर में शामिल होने को कहा है। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक दोनों चीनी पार्टनर वाली भारतीय एजेंसियो को कहा गया है कि वे पार्टनर बदलते हुए रिटेंडर में शामिल हों। कोई भी एजेंसी चीनी पार्टनर नही बना सकेंगी। अब तक निर्माण के लिए चयनित सात एजेसियों में से दो ने चीनी कंपनी को अपना पार्टनर बनाया था। चीन से विवाद होने के बाद केन्द्र सरकार ने फैसला लेते हुए फिर से रिटेंडर किया है।

14.50 किलोमीटर लंबे इस सेतु सह एप्रोच की लागत 2927 करोड़ रुपए है जिसमें सिर्फ पुल और एप्रोच निर्माण पर 2412 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। वर्तमान गांधी सेतु के 38 मीटर पश्चिम की तरफ बनने वाले इस सेतु का निर्माण साढ़े तीन साल में पूरा करने के बाद वही एजेंसी अगले 10 वर्षों तक मेंटेनेंस भी करेगी। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने टेंडर रद्द् होने की पुष्टि की है।

27 जुलाई 2020 तक नया टेंडर : पहले वाले टेंडर में बीते वर्ष 4 अक्टूबर तक टेंडर पत्र दिल्ली स्थित मंत्रालय के कार्यालय में जमा हुई थी। विधि मंत्रालय और कई स्तरों पर जांच के बाद इसी महीने निर्माण एजेंसी फाइनल होनी थी पर 27 जुलाई की नई तिथि तय होने के बाद अब विस चुनाव के पहले निर्माण शुरु होना संभव नहीं हैं। इस प्रोजेक्ट में जमीन अधिग्रहण या फॉरेस्ट क्लियरेंस की कोई तकनीकी बाधा नहीं है।

गांधी सेतु के एप्रोच को ही चौड़ा कर एप्रोच बनाया जाना है। कुल 14.5 किलोमीटर लंबे इस सेतु के गंगा पर पुल की लंबाई 5.63 किमी है। पटना की तरफ एप्रोच रोड की लंबाई 3.38 किलोमीटर है जिसमें एक आरओबी समेत एलिवेटेड स्ट्रक्टर की लंबाई 1.56 किलोमीटर है। कंकड़बाग ओल्ड बायपास के समीप से एलिवेटेड निर्माण शुरु होगा। वहीं हाजीपुर की तरफ एप्रोच रोड की लंबाई 5.48 किलोमीटर है जिसमें एक फ्लाईओवर का निर्माण भी शामिल है।
ये 7 निर्माण एजेंसियां चुनी गई थीं

टाटा पावर प्रोजेक्ट, गैमन, एलएंडटी, एफकॉन्स, एसपी सिंगला, दिलीप बिल्डकॉन और अशोक बिल्डकॉन…पुल की लंबाई 5.63 किलोमीटर, पटना की तरफ…एप्रोच रोड की लंबाई 3.38 किलोमीटर जिसमें एलिवेटेड स्ट्रक्टर 1.56 किलोमीटर…एप्रोच समेत सेतु की कुल लंबाई 14.5 किमी, कुल खर्च- 2927 करोड़, सेतु सह एप्रोच की निर्माण लागत- 2412 करोड़…पटना की तरफ दो अतिरिक्त स्पैन 186 मीटर लंबा, हाजीपुर की तरफ एक स्पैन 121 मीटर लंबा

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