गणेश चतुर्थी 22 अगस्त को, कोरोना के कारण उत्सव पर लगा ब्रेक, 61 के बदले बन रहा 9 फीट की प्रतिमा

22 अगस्त से गणेशोत्सव शुरू हो रहा है। हैदराबाद का खैरताबाद सबसे ऊंची गणेश प्रतिमाओं के लिए प्रसिद्ध है। 1954 के बाद से हर साल यहां गणेश मूर्ति स्थापित की जा रही है। इस साल कोरोना की वजह से खैरताबाद में सिर्फ 9 फीट ऊंची प्रतिमा विराजित की जाएगी। पिछले साल यहां 1 करोड़ की लागत से बनी 61 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई थी।

खैरताबाद गणेश उत्सव के आयोजक एस. राजकुमार ने बताया कि इस बार यहां धनवंतरि स्वरूप में गणेशजी स्थापित किए जाएंगे। भगवान धनवंतरि आयुर्वेद के देवता हैं। 5 अगस्त से हमने गणेश प्रतिमा बनाने का काम शुरू कर दिया है। करीब 8-10 कलाकार मूर्ति बनाने में लगे हुए हैं। 22 अगस्त से पहले ये प्रतिमा बनकर तैयार हो जाएगी। कोरोना की वजह से इस साल ये ज्यादा भव्य तरीके से नहीं मना पाएंगे। गणेश प्रतिमा का निर्माण और अन्य डेकोरेशन का बजट हमने 10 लाख रुपए तक रखा है।

इस साल भगवान गणेश की प्रतिमा धनवंतरि स्वरूप में रहेगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल हमने बहुत बड़े स्तर पर पर आयोजन किया था। करीब 1 करोड़ रुपए में 61 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण हुआ था। ये मूर्ति करीब 50 टन की थी। लेकिन, इस बार हालात बहुत अलग हैं। मूर्ति की ऊंचाई करीब 9 फीट है और इसका वजन करीब 500 किलो रहेगा। ये आयोजन बहुत ही सामान्य होगा।

गणेश मूर्ति बनाने का काम करने वाले सभी कलाकार सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का पालन कर रहे हैं। सभी मास्क लगाकर ही मूर्ति बना रहे हैं। गणेश उत्सव भी शासन द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करते हुए ही मनाया जाएगा। ये 2018 में स्थापित की गई गणेश प्रतिमा की फोटो है। इतनी बड़ी प्रतिमा पर 100-150 किलो फूलों की माला पहनाई जाती थी।

1954 से हर साल मना रहे हैं गणेश उत्सव : खैरताबाद गणेश उत्सव समिति का गठन 1954 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एस. शंकरय्या ने किया था। तब से हर साल यहां गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है। एस. शंकरय्या के बाद उनके भाई एस. सुदर्शन के साथ एस. राजकुमार और उनका परिवार गणेश उत्सव का आयोजन करता है। पिछले साल यहां गणेश उत्सव में करीब 60-70 हजार लोग रोज दर्शन के लिए पहुंचते थे। लेकिन, इस साल ऐसा आयोजन नहीं हो सकेगा।

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