अभी-अभी: रेल मंत्रालय ने दी जानकारी, अब ‘गरीब रथ’ नहीं होगी बंद….पहले की तरह ही चलते रहेगी
PATNA: रेल मंत्रालय ने जानकारी दी है कि गरीब रथ ट्रेन अब बंद नहीं होगी। गरीबों की एसी ट्रेन गरीब रथ पहले की ही तरह चलते रहेगी। इसमें ना ही किराया बढ़ाया जाएगा और ना ही कम्पोजीशन से ही कोई छेड़छाड़ होगी। पहले खबर थी कि कम पैसे में एसी ट्रेन में सफर करने का सपना साकार करने वाली गरीब रथ ट्रेन का भविष्य संकट में है और रेल मंत्रालय इस ट्रेन को बंद करने की तैयारी में है। इस कड़ी में हफ्तेभर के भीतर दो गरीब रथ ट्रेनों के कम्पोजीशन भी बदल दिए गए थे।
Services of Train no. 12207/08 Garibrath Express between Kathgodam and Jammu Tawi and Train no. 12209/10 Garibrath Express between Kanpur and Kathgodam restored with effect from 4th August 2019. pic.twitter.com/FJnYapqMf6
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) July 19, 2019
2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने इसकी शुरुआत गरीबों को ध्यान में रख कर की थी। मकसद गरीबों को कम पैसे में एसी ट्रेन की सुविधा देना था। फिलहाल इन ट्रेनों की तादाद 26 है। जब रेल राज्यमंत्री सुरेश अगड़ी से गरीब रथ ट्रेन को बंद करने को लेकर सवाल पूछा गया तो जवाब गोल गोल मिला और उन्होंने कहा था जब, जिसको जो सुविधा चाहिए वो दे रहे हैं। सबको एसी चाहिए सबको एसी दे रहे हैं। भारत बदल रहा है। भाड़े को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली है। जब मिलेगी तो देखेंगे।
If these reports are accurate that Govt is planning to close down #GaribRath trains then it would be a very inappropriate decision.
These trains provide AC travelling facility to common people at affordable rates, it benefits them most.https://t.co/KgSbRoH5X3— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 18, 2019
बता दें कि पूरी तरह से थर्ड एसी इस ट्रेन में स्लीपर कोच भी जोड़े गए थे और रेलवे ने किराया भी बढ़ा दिया था। पटरी पर दौड़ती गरीब रथ ट्रेन को मंत्रालय बेपटरी करने की तैयारी में था। शुरुआत काठगोदाम से जम्मू और कानपुर सेंट्रल गरीब रथ से हो चुकी थी। उसके रेक बदले गए थे और पूरी तरह से थर्ड एसी ट्रेन में स्लीपर के डिब्बे भी जोड़ दिए गए थे।
इन दोनों गरीब रथ में मह 4 डिब्बे थर्ड एसी के रह गए थे और 7 डिब्बे स्लीपर के इसमें जोड़ दिये गए थे। जहां काठगोदाम से जम्मू का किराया पहले 755 रुपए था उसको बढ़ाकर 1070 रुपए कर दिया गया था। वहीं काठगोदाम से कानपुर सेंट्रल गरीब रथ का भाड़ा जो 475 रुपए होता था उसको बढ़ाकर 675 रुपए कर दिया गया था।