कोरोना संकट के बीच PVT कर्मचारी के लिए खुशखबरी, अगले 3 महीने तक 2% अधिक मिलेगी सैलरी

Patna: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना संकट में सैलरीड क्लास को तात्कालिक राहत देने का प्रयास किया है. जहां उन्होंने कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) योगदान को 4 फीसदी घटाने का ऐलान किया है. केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से लगभग 6.5 लाख कंपनियों के कर्मचारियों को लाभ मिलेगा. हालाकि, यह कटौती सरकारी कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा. 

आईए अब बात करते है कि इस नए नियम से किसे कितना फायदा होगा. दरअसल नियमों के मुताबिक, ​पहले कर्मचारी को हर महीने की बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते (Basic Salary+DA) का 12 फीसदी योगदान कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) में करना होता था. तो वहीं कंपनी को भी हर महीने 12 फीसदी कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) में डालना होता था. जिसके बाद कर्मचारी और कंपनी के योगदान को मिलाकर यह योगदान कुल 24 फीसदी प्रति माह की हो जाती थी.

लेकिन अब केंद्र सरकार के नए नियमों के अनुसार अगले तीन महीनों तक प्रति कर्मचारी इसमें 4 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया है. इसमें 2 फीसदी कर्मचारी और 2 फीसदी कंपनी द्वारा किया जाने वाला योगदान होगा.

ऐसे में सवाल यह है आ रहा है कि एक तरफ कर्मचारियों की 2 फीसदी कटौती तो टेक होम सैलरी में तीन महीनों के लिए बढ़ जाएगी, लेकिन कंपनी की तरफ से 2 फीसदी की कटौती का क्या होगा. आपको बता दें कि अभी इस बात को लेकर कुछ साफ नहीं है कि कंपनी की तरफ से 2 फीसदी की कटौती का क्या होगा.

आपको ये भी बता दें कि अगर कोई कंपनी केवल कर्मचारियों की तरफ से होने वाले 2 फीसदी का ही लाभ देता है तो संभव है कि आपकी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते की दूसरी 2 फीसदी रकम आपको मिले ही नहीं. हालां​कि, इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि अगर कंपनी की तरफ से होने होने वाली 2 फीसदी की रकम भी कर्मचारी की सीटीसी का हिस्सा है तो कंपनी को इसका लाभ देना ही होगा.

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