बिहार के इन सरकारी मास्टरों को नीतीश सरकार ने नौकरी से बाहर करने का आदेश किया जारी
नीतीश सरकार ने बिहार में अब तक लाखों नियोजित मास्टरों को सरकारी नौकरी में बहाल किया है. बताया जाता है कि कई ऐसे सरकारी मास्टर हैं जिन्होंने फर्जी डिग्री के दम पर सरकारी नौकरी प्राप्त की है. अब इन मास्टरों को नौकरी से बाहर करने का आदेश जारी किया गया है.
ताजा अपडेट के अनुसार अगर बिहार का कोई भी मास्टर हिंदी साहित्य सम्मेलन से प्राप्त मध्यमा डिग्री के दम पर नौकरी कर रहा है तो बिहार सरकार ने उन लोगों को झटका देते हुए बड़ा फैसला लिया है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार हिंदी साहित्य सम्मेलन से प्राप्त मध्यमा डिग्री फर्जी है.

प्राथमिक शिक्षा के निदेशक रवि प्रकाश ने बिहार के हर एक जिला में शिक्षा पदाधिकारी को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि पटना सहित हर एक जिला में इस बात की सघन जांच की जाए कि कोई भी शिक्षक हिंदी साहित्य सम्मेलन की मध्यमा डिग्री पर नौकरी ना कर रहा हो. सरकारी आदेश में कहा गया है कि ऐसे शिक्षक को हटाया तो जाएगा ही लेकिन उन्होंने अब तक जितनी सैलरी ली है उसका भी रिकवर किया जाएगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार के सुपौल कोर्ट द्वारा जारी एक फैसले के बाद बिहार सरकार ने यह फैसला लिया है.
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