मदरसे में एक साथ हुआ गायत्री मंत्र और नमाज, यहां कुरान और भगवान बराबर-बराबर में नजर आते हैं

PATNA: आपसी सौहार्द को बिगाड़ने वालों को इन बच्चों ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। कुछ दिनों पहले दिल्ली में मंदिर तोड़े जाने को लेकर माहौल तनाव से भरा था। लेकिन ये तस्वीर धर्म के नाम पर लड़ने वालों के मुंह पर एक जोरदार तमाचा है। धर्म और जाति के नाम पर लड़ने वालों के लिए अलीगढ़ के बच्चों ने मिसाल पेश की है। अलीगढ़ के एक मदरसे में गायत्री मंत्र और नमाज एक ही छत के नीच हो रही है। यहां कुरान और भगवान बराबर-बराबर में नजर आते हैं।

दरअसल पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद असंरी की पत्नी सलमा अंसारी अलनूर चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत मदरसा चाचा नेहरू चला रही हैं, जो कि इस दिनों सुर्खियों में हैं। सलमा अंसारी ने एलान किया था कि वो इस मदरसे में मंदिर और मस्जिद का निर्माण कराएंगी।

मदरसा चाचा नेहरू में मंदिर और मस्जिद का निर्माण कराने की घोषणा कर विरोधियों के निशाने पर आईं पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी ने किसी की परवाह किए बगैर बच्चों के लिए पूजास्थल तय कर दिया है। कमरे में एक तरफ हिंदू बच्चों के लिए सरस्वती की मूर्ति के साथ भगवान हनुमान और शिव की तस्वीर रखी गई है तो दूसरे हिस्से में मुस्लिम बच्चे कुरान पढ़ते हैं। जब तक मंदिर और मस्जिद का मदरसा कैंपस में निर्माण नहीं हो जाता, तब तक बच्चे इसी एक कमरे में पूजा करेंगे और नमाज पढ़ेंगे।

मदरसे के प्रिंसिपल राशिद ने बताया कि मदरसा के एक कमरे में पूजा की ब्यवस्था की गई है। उसी कमरे में मुस्लिम बच्चे नमाज अदा करते हैं। जो विरोध कर रहे हैं, उनसे कोई मतलब नहीं हैं। हमारा अपना मदरसा है। विरोध करने वाले न तो फंडिंग करते हैं, न कोई और मदद। इनको विरोध का कोई हक नहीं है।

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