मुसलमानों का ऐतिहासिक फैसला, कहा-सड़कों पर नहीं पढ़ेंगे नमाज, परेशान करना इस्लाम के खिलाफ

PATNA :अभी तक रांची की कई सड़कों पर, जिसमें महात्मा गांधी रोड भी शामिल है, नमाज अदा करने के चलते विशेष तौर पर शुक्रवार को भयंकर जाम लग जाता था। हालांकि, इस शुक्रवार को सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम लोगों ने रतन टॉकीज के पास स्थित एकरा मस्जिद के अंदर नमाज अदा की।

झारखण्ड की राजधानी रांची में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक बड़ा फैसला लिया है। यहां के एक प्रतिष्ठित मौलवी ने अपने समुदाय को रांची में सड़कों पर नमाज न अदा करने के लिए कहा है। एकरा मस्जिद के मौलाना उबैदुल्लाह ने पत्रकारों से कहा, “हमने लोगों को सड़क पर नमाज अदा करने से रोका क्योंकि यह इस्लाम के खिलाफ है। मुख्य सड़क शहर का महत्वपूर्ण रूट है। स्कूल की बसें, एंबुलेंस और महत्वपूर्ण वाहन वहां से गुजरते हैं। नमाज के नाम पर दूसरों को परेशान करना इस्लाम के खिलाफ है।”


गौरतलब है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग थे जो नमाज अदा करने के लिए सड़क पर कतारों में खड़े रहते थे, लेकिन अब से यह मस्जिदों के अंदर किया जाएगा और इसके लिए जगह उपलब्ध होगी। अभी तक रांची की कई सड़कें, जिसमें महात्मा गांधी रोड भी शामिल है, नमाज अदा करने के चलते विशेष तौर पर शुक्रवार को बड़े जामों में फंस जाया करती थीं।

हालांकि, इस शुक्रवार को सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम लोगों ने रतन टॉकीज के पास स्थित एकरा मस्जिद के अंदर नमाज अदा की। उबैदुल्लाह ने कहा कि अब इस अभ्यास को रोकने के लिए शहर के सभी मस्जिदों के मौलवियों की बैठक बुलाई जाएगी। रांची के लोगों ने इस निर्णय का स्वागत किया है।

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