पिता की मौ’त की खबर के बाद भी खेल के मैदान में उतरी बेटी, ऐसा खेली की टीम को बना दिया चैंपियन
PATNA: भारतीय महिला हॉकी टीम ने फाइनल में जापान को 3-1 से हराकर महिला एफआईएच सीरीज फाइनल्स हॉकी का टूर्नामेंट अपने नाम किया। लेकिन इस टूर्नामेंट का सबसे भावुक पल वो रहा जब हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी अपने पिता की मौ’त की खबर के बाद भी खेल के मैदान पर उतरीं। उन्होंने बताया कि- खेल से ठीक पहले मुझे खबर मिली कि मेरे पिता की मृ’त्यु हो गई लेकिन मैं फिर भी खेली। और ऐसा खेली की हम चैंपियन बन गए। मुझे विश्वास है कि मेरे पिता को मेरी उपलब्धि पर गर्व होगा, चाहे वह कहीं भी हो।
भारतीय हॉकी टीम की 19 साल की खिलाड़ी लालरेमसियामी ने देश का नाम रोशन किया है। वह सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रही हैं। खेल के लिए वह अपने पिता को आखिरी बार भी देख नहीं पाईं। जजिस दिन फाइनल था उसी दिन उनके पिता का निधन हो गया और वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाईं।
टीम को तैंपियन बनाकर अब जापान के हिरोशिमा में एफआईएच हॉकी सीरीज टूर्नामेंट का खिताब जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम युवा फॉरवर्ड लालरेमसियामी मिजोरम के अपने गांव कोलासिब पहुंची। गांव के लोगों ने उनका स्वागत किया और जीत के लिए बधाई दी। पिता के निधन के बाद पहुंची लालरेमसियामी को देखते ही घर वालों के आंखो से आंसू छलक पड़े।
भारत ने पहले 4-2 से चिली को हराया। फिर फाइनल में जापान को 3-1 से मात दी। पिता के अंतिम संस्कार में शामिल ना होकर लालरेमसियामी का फाइनल खेलने का फैसला एक मिसाल बन गया। लालरेमसियामी मंगलवार को जब अपने घर पहुंची तो वहां का माहौल बहुत इमोशनल था। लालरेमसियामी के पिता की मौत शुक्रवार को हार्ट अटैक से हो गई थी। ऐसे कठिन समय में भी लालरेमसियामी टीम को छोड़कर वापस घर नहीं गईं।