मटिया तेल की रौशनी में रातभर पढ़ने वाला युवक बना IAS, कोचिंग पढ़े बिना UPSC परीक्षा में लहराया परचम
“मैंने कैरोसीन के लैंप की रोशनी में पढ़ाई की। बिना कोचिंग के UPSC पास की। अपेंडिक्स का दर्द झेलते हुए मेंस की परीक्षा दी और आज मैं एक IAS अफसर हूँ। कोई भी बाधा इतनी बड़ी नहीं होती, जो आपको आपके सपनों को पूरा करने से रोक सके। आपको बस अपने आप पर विश्वास रखने और कड़ी मेहनत करने की ज़रूरत है।” – IAS अंशुमन राज।
कड़ी मेहनत और कभी हार न मानना यह वह दो चीजें हैं जिन्हें अपनाकर कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में सफल हो सकता है इसका जीता जागता उदाहरण हैं IAS अंशुमन राज। जिन्होंने अपने आर्थिक हालातों से कभी हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत कर अपने लक्ष्य को हासिल किया। उनका जन्म बक्सर के एक छोटे से गॉंव में हुआ था उनके पिता गॉंव में ही एक छोटा सा बिज़नेस चलाते थे लेकिन एक समय उनके बिज़नेस में इतना नुकसान हुआ कि उनकी माँ को 15 सौ रुपये में घर का खर्च चलाना पड़ा। उनके पास बिजली की व्यवस्था नहीं थी तो वह कैरोसीन के लैंप की रौशनी में पढ़ाई करते थे।
आर्थिक स्थित के कारण उन्होंने सरकारी स्कूल से ही अपनी पढ़ाई पूरी की और IAS बनने का सपना पूरा करने के लिए उन्होंने गॉंव में ही तैयारी करनी शुरू की। उनके पास कोचिंग के पैसे नहीं थे तो उन्होंने ऑनलाइन साधनों का सहारा लिया। एक बार फेल हुए, दूसरी दफा फेल हुए, तीसरी बार भी IRS में चयन हुआ। लेकिन अंशुमन ने जैसे ठान रखी थी कि वह अपना सपना पूरा करके रहेंगे। हर बार वह अपनी कमियों पर काम करते रहे और मेहनत दोगुनी करते गए।
2019 में अंशुमन का चौथा प्रयास था। उनकी तैयारी पक्की थी लेकिन चुनौतियाँ अभी बाकी थीं। लेकिन Mains परीक्षा के कुछ रोज़ पहले ही उनका Appendix burst हो गया। भयानक दर्द रहते हुए भी अंशुमन ने यह परीक्षा दी। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई, उन्होंने 107 रैंक हासिल कर IAS बनने का अपना सपना पूरा किया।
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