अंतिम चरण में BJP की प्रतिष्ठा दांव पर, पाटलिपुत्रा-आरा-पटना साहिब में महागठबंधन का पलड़ा भारी

PATNA : बिहार में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद और बक्सर लोकसभा क्षेत्र यानी आठ सीटों पर मतदान होना है। इनमें छह सीटों पर वैसे प्रत्याशी मैदान में हैं जो 2014 के बाद 2019 के चुनाव में भी आमने-सामने हैं। देखना है कि 2014 में जीतने वाले इस बार भी जीत हासिल करते हैं या हारे उम्मीदवार इस बार उन्हें चित्त कर देते हैं। इस चरण में नालंदा और पटना साहिब ही दो ऐसी संसदीय सीटें हैं जहां पर एनडीए और महागठबंधन के उम्मीदवार पहली बार आपस में टकरा रहे हैं। सातवें चरण में बीजेपी के चार मंत्रियों रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, रामकृपाल यादव और आर के सिंह की साख दांव पर है।

बीजेपी के टिकट पर लगातार 2009 और 2014 में चुनाव जीतने वाले सिने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा इस बार कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला करने के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर को खड़ा किया है जो आज तक प्रत्यक्ष चुनाव लड़े ही नहीं। पाटलिपुत्र सीट पर बीजेपी के केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के खिलाफ राजद की मीसा भारती लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रही हैं इस भरोसे के साथ कि इस बार चचा को मात दे ही देनी है। इसीलिए सीधी लड़ाई लड़ने के लिए राजद ने माले प्रत्याशी को वहां से चुनाव लड़ने से रोक दिया और माले को बदले में आरा सीट दे दी।

बक्सर में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और राजद के जगदानंद सिंह फिर आमने-सामने हैं। आरा में बीजेपी के केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और माले के राजू यादव के बीच मुख्य टक्कर है। इस बार मोदी लहर का कोई खास असर नहीं है, ऐसे में इन मंत्रियों के लिए अपनी सीट बचाना सहज नहीं होने वाला है। उधर नालंदा में एनडीए के जदयू के कौशलेंद्र कुमार और हम के अशोक चंद्रवंशी पहली बार चुनावी मैदान में आमने सामने हैं। पिछली बार कौशलेंद्र कुमार नालंदा से जदयू के टिकट पर ही चुनाव जीते थे।

उधर सासाराम में कांग्रेस की मीरा कुमार और बीजेपी के छेदी पासवान के बीच सीधी टक्कर है। 2014 में छेदी पासवान ने मीरा कुमार को हराया था। वहीं काराकाट में रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को टक्कर देने के लिए जदयू ने महाबली सिंह को टिकट थमाया है। 2014 में एनडीए की ओर से कुशवाहा चुनाव लड़े और जीते। इस बार वे महागठबंधन में हैं। जहानाबाद सीट से पिछली बार रालोसपा के टिकट पर अरुण कुमार चुनाव जीते थे। इस बार वे रालोसपा से अलग रालोसभा (सेकुलर) से खड़े हैं। इस सीट से राजद ने सुरेन्द्र यादव को और जदयू ने चंद्रेश्वर चन्द्रवंशी को चंद्रवंशी को मैदान में उतारा है। चूंकि यह चुनाव का अंतिम दौर है इसलिए तमाम दलों ने प्रचार अभियान को तीव्र कर दिया है। 19 को मतदान के बाद ही पता चलेगा कि इन चुनाव क्षेत्रों में चुनावी उंट किस करवट बैठने वाला है।

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