लाकडाउन हाटकार भारी गलती कर गए CM नीतीश कुमार, अनलाक के बाद बिहार में बढ़ा 27 गुना मरीज

कोरोना अनलाॅक:27 गुना बढ़े मरीज: अनलॉक वन तक हालात काबू में रहे, उसके बाद बढ़ी मरीजों की संख्या

कोरोना को हल्के में लेना भारी पड़ गया। सरकार की ओर से बंदिश लगाई गई। तब तक तो कोरोना काबू में रहा। जरा सी छूट क्या मिली, लोग लापरवाह हो गए। अब जांच की रफ्तार बढ़ी है तो संक्रमित लोगों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल के बाद जुलाई माह तक 27 गुना संक्रमण बढ़ गई। अप्रैल के अंत तक कैमूर में महज 18 कोरोना संक्रमित मरीज थे। जुलाई के अंत तक इनकी संख्या 520 तक पहुंच गई। इन 3 महीनों में औसतन हर रोज 5.5 नए मरीज मिले।

यह संख्या जुलाई माह में कई गुना तेजी से बढ़ी। क्योंकि इस दौरान जांच की रफ्तार भी तेज हुई। यह आंकड़े बता रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान लापरवाही बरती गई। जिले में पहला कोरोना संक्रमित मरीज 25 अप्रैल को ट्रेस हुआ। जब सासाराम की संदिग्ध महिला अपने रिश्तेदारी में कैमूर के चैनपुर आई थी। उसकी हालत गंभीर होने के बाद जांच हुई। संक्रमित लोग मिले।

30 अप्रैल तक संक्रमित की संख्या 18 तक पहुंच गई। अप्रैल माह तक रिकवरी शून्य रही। मई के अंत तक संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 75 हो गई। इनमें से 45 संक्रमण मुक्त होकर वापस घर लौट चुके थे। जून माह से संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई। जून के अंत तक इनकी संख्या बढ़कर 173 हो गई। जुलाई में सर्वाधिक तेजी से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ी। 31 जुलाई तक संक्रमित लोगों की संख्या 520 रही।

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने की शुरुआत 25 अप्रैल से हुई। इसके पहले काफी सीमित संख्या में ही जांच के लिए सैंपल लेकर पटना भेजी जा रही थी। ट्रू नट मशीन जिले में स्थापित किया गया। इससे हर रोज 50 की संख्या में जांच होने लगी। जुलाई के अंत तक जांच की रफ्तार तेजी से बढ़ी। हर रोज 700 से 800 लोगों की जांच की जा रही थी। जिसमें संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी।
सर्वाधिक मरीज जुलाई में मिले

अप्रैल महीने के अंतिम 6 दिनों मे महज 18 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे। मई में इनकी संख्या 75 हो गई। जून में संक्रमित मरीजों की संख्या 173 तक पहुंची। जुलाई में 520 हुए संक्रमित। अप्रैल के तुलना में 27 गुना मरीज बढ़े।कोरोना संक्रमित मरीजों की दम तोड़ने का सिलसिला जुलाई के शुरुआत में ही शुरू हुआ। अंत तक 9 मरीजों की मौत हो गई। 3 जुलाई को जिले में पहला कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *