अभी-अभी : कोरोना से बिहार के सीनियर IPS विनोद कुमार की मौत, पूर्णिया रेंज के थे आईजी

पटना. इस वक्त की बड़ी खबर बिहार की राजधानी पटना से आ रही है जहां भारतीय पुलिस सेवा के एक वरीय अधिकारी का कोरोना से निधन हो गया है. बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी और पूर्णिया रेंज के आईजी विनोद कुमार कोरोना से बीमार होने के बाद पिछले 4 दिनों से पटना एम्स में भर्ती थे जहां इलाज के दौरान उनकी मौ/त हो गई.

59 साल के विनोद सिंह डायबिटीज के भी पेशेंट थे. उनकी मौ/त की जानकारी एम्स के अधीक्षक डॉ सी एम सिंह ने दी है. बिहार सरकार के इस पुलिस अधिकारी की मौ/त की खबर ने पुलिस महकमें में शोक की लहर फैला दी है. इस मामले में फिलहाल विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है. चुनावी तैयारियों के बीच में कोरो का कहर भी लगातार जारी है. इससे पहले भी बिहार सरकार के ही एक मंत्री की मौ/त कोरोना के कारण हो चुकी है.

कोरोना के मरीज घट रहे इसलिए ज्यादा पीपीई किट की खरीद नहीं

बिहार चुनाव में पहले चरण की 71 सीटों पर मतदान की तैयारी को लेकर चुनाव आयोग ने शनिवार को संबंधित आॅब्जर्वरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग की। उप चुनाव आयुक्त चंद्रभूषण कुमार ने आॅब्जर्वरों से चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही यह भी पूछा कि कोविड-19 से बचाव को लेकर जिलों को सुरक्षा सामग्री उपलब्ध हुई या नहीं। सुरक्षा सामग्री को जिला स्तर से बूथ स्तर तक पहुंचाने की योजना की भी जानकारी ली। इसके अलावा मतदान के दिन बूथ पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में भी पूछा।

निर्वाचन विभाग के अनुसार कोरोना के एक्टिव केस राज्य में लगातार घट रहे हैं इसको देखते हुए अधिक संख्या में पीपीई किट की खरीद नहीं की गई है। पहले योजना थी कि अधिक संख्या में पीपीई किट की खरीद होगी, लेकिन बाद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यकता के अनुसार पीपीई किट खरीदने का ही निर्णय लिया गया। दूसरी तरफ राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बिहार विधान परिषद की स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में होने वाले चुनाव की तैयारियों को लेकर संबंधित प्रमंडलीय आयुक्तों, आईजी, डीआईजी, जिलाधिकारियों और एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की। इसके अलावा विधानसभा चुनाव की तैयारियों का भी जायजा लिया।

चुनाव के लिए बनाए गए बूथों में से 42 एेसे बूथ हैं जहां मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध ही नहीं है। यहां कोई मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता। चुनाव के लिहाज से यह बड़ी समस्या है। संबंधित बूथों पर पोलिंग पार्टी पहुंची या नहीं, मतदान कब शुरू हुआ, ईवीएम में कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई… एेसी ही कई अन्य तरह की सूचनाएं चुनाव के दौरान ली जाती हैं। लेकिन संपर्क का कोई जरिया नहीं है। इसको देखते हुए सैडो जोन में स्थित इन 42 मतदान केंद्रों से संपर्क के लिए सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल होगा। सूत्रों के अनुसार आपदा प्रबंधन की ओर से सेटेलाइट फोन आवंटित कर दिए गए हैं।

अधिकारियों ने आयोग को बताया कि पहले चरण की 71 सीटों वाले जिलों में पटना और भागलपुर को छोड़कर अन्य जिलों में कोविड-19 से बचाव की सामग्री पहुंचा दी गई है। भागलपुर और पटना जिले को भी एक-दो दिनों के भीतर सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी। इसमें सभी जिलों को सेनेटाइजर, हैंड ग्लव्स, फेस शील्ड और करीब 800-800 पीपीई किट उपलब्ध करा दी गई है।

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