प्रधानमंत्री मोदी को तिरंगे वाली राखी बांधेगी इशरत जहां ,लड़ी थीं तीन तलाक के खिलाफ लंबी लड़ाई
New Delhi : तीन त’लाक के खि’लाफ लं’बी ल’ड़ाई ल’ड़ने वाली इशरत जहां 15 अगस्त को रक्षाबंधन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बां’धेंगी। इशरत जहां को पीएम मोदी को राखी बांधने की अ’नुमति मिल गई है। इसके लिए इशरत जहां ने पीएम मोदी को वि’शेष धन्यवाद भी दिया है। चूँ’कि इस दिन स्व’तंत्रता दिवस भी है। इस कारण इशरत जहाँ पीएम मोदी को ति’रंगे वाली राखी बां’धेंगी। इस बात की जानकारी मिलते ही इशरत जहां दिल्ली के लिए नि’कल गई हैं।
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार इशरत जहां ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को राखी बां’धने का अवसर मुझे मिलेगा ऐसा मैंने कभी नहीं सोचा था। इस बात से मैं बहुत ही खुशी महसूस कर रही हूँ। मैं हमेशा सोचती थी कि मोदीजी को राखी बां’धूंगी और अब यह सपना सच हुआ है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने जा रही हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी पहली मुलाकात में वह रसगुल्ला भी लेकर जाएंगी। इशरत ने कहा, मैं पीएम मोदी की लंबी उम्र की कामना करती हूं और वह जबतक जीवित रहें देश के प्रधानमंत्री बने रहें। हमें उनपर बहुत ग’र्व है।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने तीन त’लाक प्र’था को ख़’त्म कर दिया है। सरकार के इस फै’सले से मुस्लिम महिलाओं में खुशी का माहौल है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी को वि’शेष धन्यवाद दिया है। बीजेपी में अपने वि’श्वास को दो’हराते हुए इशरत जहां ने कहा, लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी में हूं इसलिए इसका स’मर्थन करती हैं, लेकिन यह स’च्चाई नहीं है। मैं उन सभी पा’र्टियों का स’मर्थन करती हूं जो स’च्चाई और तीन त’लाक बि’ल के स’मर्थन में ख’ड़ी थीं या मुस्लिम महिलाओं पर हो रहे अ’त्याचारों के खि’लाफ हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र की मोदी सरकार ने तीन त’लाक प्र’था को ख़’त्म कर दिया है। सरकार के इस फै’सले से मुस्लिम महिलाओं में खुशी का माहौल है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी को वि’शेष धन्यवाद दिया है। बीजेपी में अपने वि’श्वास को दो’हराते हुए इशरत जहां ने कहा, लोग कहते हैं कि मैं बीजेपी में हूं इसलिए इसका स’मर्थन करती हैं, लेकिन यह स’च्चाई नहीं है। मैं उन सभी पा’र्टियों का स’मर्थन करती हूं जो स’च्चाई और तीन त’लाक बि’ल के स’मर्थन में ख’ड़ी थीं या मुस्लिम महिलाओं पर हो रहे अ’त्याचारों के खि’लाफ हैं।