चांद पर पहुंचने वाला है चंद्रयान-2, ISRO चीफ सिवन बोले-हमने असंभव को संभव कर दिखाया

New Delhi :  भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र का बेहद महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चंद्रयान 2 30 दिनों के सफर के बाद चांद की कक्षा यानी ऑर्बिट में सफलतापूर्वक पहुंच गया है। चंद्रयान के इस मुश्किल फेज को पार करने के बाद इसरो के चेयरमैन डॉक्टर के सिवन ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी।

सिवन ने कहा कि ‘अंतरिक्ष यान ने आज एक मील का पत्थर पार कर लिया। यह पूरी प्रक्रिया 30 मिनट तक चली। उसे सही तरीके से तय ऑर्बिट में रखा गया। अब यह 88 डिग्री के झुकाव के साथ चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगा रहा है।’

ऑपरेशन की कठिनाई पर डॉक्टर के। सिवन ने बताया कि अपेक्षित संवेग से ज्यादा स्पीड अंतरिक्ष यान को गहरे अंतरिक्ष में उछाल देता, जबकि धीमी गति से चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण चंद्रयान 2 को अपनी ओर खींच लेता, जिससे यह उसकी सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाता। ऐसे में चंद्रयान-2 की वेलॉसिटी बिल्कुल ठीक होनी चाहिए थी और चंद्रमा पर ऊंचाई सटीक होनी थी। एंगल में एक छोटी सी गलती मिशन को खत्म कर देता।’

सिवन ने कहा कि ’22 जुलाई को मिशन के लॉन्च के बाद, 5 अर्थ बॉउंड ऑर्बिट्स हुईं। इसमें 14 अगस्त को दोपहर 2 बजे; रात 9 बजे, एक बहुत ही महत्वपूर्ण मैनूवर हुआ। 19 अगस्त को दोपहर 2 बजे के आसपास चंद्रमा भी मिशन के पास पहुंच गया और फिर वह ऑर्बिट में गया।’

सिवन ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि ‘अगला बड़ा इवेंट 2 सितंबर को होगा जब लैंडर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा। 3 सितंबर को हमारे पास लगभग 3 सेकंड के लिए एक छोटा मैनूवर होगा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि लैंडर की प्रणालियां सामान्य रूप से चल रही हैं।’।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *