JHARKHAND/Hazaribagh (Jammu and Kashmir border on the martyrdom of Jharkhand’s Hazaribagh Lal Karamjit, April 16 was to be married) : 5 अप्रैल को जिस बेटे की शादी होनी थी. घर में माता-पिता सहित पूरे परिवार के लोगों के द्वारा जमकर तैयारियां की जा रही थी. होटल कौन सा बुक करना है इस बात को लेकर मंथन चल रहा था. खाने के मेन्यू में क्या-क्या शामिल किया जाए इसको लेकर विचार विमर्श चल रहा था. इसी बीच खबर आती है कि जिस बेटे की शादी होनी है वह बेटा तो जम्मू कश्मीर में स्थित लाइन आफ कंट्रोल के पास अर्थात एलओसी के पास गस्ती के दौरान आईडी ब्लास्ट में शहीद हो चुका है. फिर क्या था मानो कोहराम मच गया. पूरे परिवार में मातम पसर गया.
पूरा मामला पड़ोसी राज्य झारखंड के हजारीबाग का बताया जाता है जहां का बेटा कैप्टन करमजीत मां भारती की रक्षा करते करते शहीद हो गया. आज उनके पार्थिव शरीर को हजारीबाग लाया जाएगा.
करमजीत का पूरा नाम करमजीत सिंह बक्शी उर्फ पुनीत था और वह 25 साल के थे. घटना के बारे में बताया जाता है कि मंगलवार दोपहर 3:50 पर वह अपने दोस्तों के साथ भट्ठल इलाके में गस्ती कर रहे थे. इसी दौरान यह हादसा होता है. उनके साथ उनके अन्य दो दोस्त भी घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट करवाया गया है. जानकारी अनुसार कैप्टन करमजीत और नायक मुकेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
रांची एयरपोर्ट की ओर से जानकारी दी गई है कि आज दिन के 11:00 करमजीत का पार्थिव शरीर रांची एयरपोर्ट पहुंचेगी और इसके बाद सैन्य वाहन से दोपहर 2:00 तक हजारीबाग के लिए विदा होगा.
कैप्टन करमजीत की मां कहती है कि हमने सोचा भी नहीं था कि जिस बेटे की शादी के लिए सेहारा बना रहे थे. उसी बेटे के लिए कफन का इंतजाम करना होगा.
बताते चलें कि कैप्टन करमजीत सिंह की पढ़ाई असम की राजधानी गुवाहाटी में हुई है. साल 2023 में वह भर्ती हुए थे. पिछले महीने 16 जनवरी को छुट्टी के दिनों में घर आए थे.
स्थानीय लोगों की माने तो करमजीत के पिता टेंट हाउस चलते हैं और उनका नाम राजेंद्र सिंह है. कल रात जब वे दोनों किसी शादी समारोह में शामिल हो रहे थे तभी उनके मोबाइल पर फोन आता है और बताया जाता है कि आपका बेटा देश के लिए शहीद हो गया है. करमजीत अपने परिवार का अकेला लड़का है और एक बहन है.