झारखंड के दिनेश को सलाम, लाकडाउन में कपड़ा दूकान बंद हुआ तो स्कूटी पर जाकर काॅलोनी में बेच रहा फल

दिनेश झारखंड के रहने वाले हैं। दस साल से गांधीनगर में कपड़ा दुकान पर काम करते थे। बीस हज़ार से अधिक कमा लेते थे। तालाबंदी के कारण दिनेश के मालिक की भी दुकान बंद हो गई। ग़ाज़ियाबाद के खोडा में रहने वाले दिनेश एक सप्ताह तक तो घर में बैठे रहे लेकिन उसके बाद घबराहट बढ़ने लगी। पड़ोस में कोई सब्ज़ी बेचने वाला रहता है। उसके पास गए और पूछा कि सब्ज़ी का काम सीखा दो।

उसने कहा फल बेच लो। अपने साथ मंडी ले आया। दिनेश अपनी स्कूटी पर ही केला की टोकरी रख कर बेचने लगे। पहले दिन जिस सोसायटी के बाहर स्कूटी रोकी तो वहाँ कई ठेले लगे थे। ये देख कर दिनेश के होश उड़ गए कि माल बिकेगा भी या नहीं। स्कूटी का फ़ायदा ये था कि वे ऐसी सोसायटी की तलाश में बढ़ गए जहां कोई ठेला पहले से न लगा हो। आज मेरी सोसायटी के सामने स्कूटी लगा दी। किसी तरह दिन के तीन सौ कमा ले रहे हैं।

अचानक फल सब्ज़ी के ठेले बढ़ गए हैं। जिनका काम चला गया है वो ये काम करने लगे हैं। ताकि गुज़ारे की कमाई होती रहे। लेकिन जो काम गया है जिसे वर्षों लगाकर लोगों ने बनाया था वो इस विपदा में चला गया। दिनेश भाई को सलाम। एक रास्ता बंद हुआ तो दूसरा खोजने का प्रयास तो किया।

-Ravish Kumar, NDTV

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