प्रधानमंत्री जी, जो दवाई भारत में नहीं मिल रहा उसे अमेरिका भेजना यह तो सरासर राष्ट्रद्रोह है!

फ़्रेंडलिस्ट में एक मित्र है कट्टर हिन्दू ओर बड़के वाले मोदी समर्थक!…… जब चाहे आकर कमेन्ट बॉक्स में जी भर कर गरियाते है,………. अभी सुबह जब मेरे द्वारा अमेरिका की धमकी ओर हाइड्रोक्लोरोक्विन पर निर्यात से संबंधित पोस्ट पर कमेन्ट बॉक्स में एक लिंक शेयर किया गया जिसमें यह बताया गया था कि कल 6 अप्रैल को मोदी सरकार ने 12 दवाइयों को निर्यात की अनुमति दे दी है ……….तो पता चला कि भाईसाहब पेशे से फार्मासिस्ट है उन्होंने लिखा कि ‘गिरीश भाई में फार्मासिस्ट हु ये साल्ट मार्किट में नही है ये मिल रहा है ब्लैक में तीन गुणा mrp पर यहाँ के लोगो के नसीब हो नही रही बाहर कैसे भेजेंगे अगर ऐसा होता है देश द्रोह होगा’.

मैंने जवाब में लिखा ‘ फिर तो आप खुद सोच लीजिए कि कौन देश द्रोही है ?जिस पोस्ट पर यह सब लिखा था उसमे यह भी लिखा था हाइड्रोक्लोरोक्विन को अमेरिका निर्यात किये जाने से संबंधित निर्णय अभी लिया जाना शेष है…… अक्सर मैं पोस्ट लिखने से पहले हिंदी मीडिया पर आई सारी खबरे खंगालता हूँ …….फिर पोस्ट लिखता हूँ इस बार हिंदी मीडिया ने धोखा दे दिया!…… मित्रों ने ढेर सारे कमेन्ट कर शर्मिंदा कर दिया कि परमिशन तो दे दी गई है.

दरअसल हिंदी मीडिया में ऐसी कोई खबर ही नही है लेकिन अंग्रेजी मीडिया में खबर आ गई है कि रातों रात ही DGFT ने हाइड्रोक्लोरोक्विन के अमेरिका निर्यात की परमिशन दे दी है वो भी इस तथ्य के बावजूद कि भारत मे इस ड्रग की बहुत ज्यादा कमी महसूस की जा रही है.

मित्र पुष्यमित्र जो पत्रकार है और जो बिहार में अपनी ग्राउंड रिपोर्ट के लिए जाने जाते हैं उन्होंने बिहार का हाल बताते हुए कुछ देर पहले पोस्ट किया है कि……. ‘ जिस हाइड्रो क्लोरोक्विनोन टेबलेट के लिये ट्रम्प ने हमें धमकी दी है, उसकी बिहार में उपलब्धता यह है।….. बाजार में 15 दिन से एक पीस उपलब्ध नहीं है। ज्यादातर अस्पतालों के पास एक टेबलेट नहीं है।……..सनद रहें कि यह दवा कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों, जैसे रयुमेटिक ऑर्थराइटिस में भी काम आती है। उन मरीजों को इसका रेगुलर सेवन करना पड़ता है। उन्हें भी इस समय यह दवा मिल नहीं पा रही है। सोचिये, क्या इस स्थिति में भारत को यह दवा निर्यात करना चाहिये?’

अब लिस्ट के उन महानुभाव जो, कट्टर मोदी भक्त है और पोस्ट के पब्लिक होने के कारण जो अन्य मोदी भक्त महानुभाव यह पोस्ट पढ़ पा रहे है वो जरा दिल पर हाथ रखे और बताए कि आखिर देशद्रोही है कौन ?…………..हम देशद्रोही है! जो सही खबरे आप तक पुहंचा रहे है? या वो लोग!….जो ये खबरे जनता से छुपा रहे हैं और बाले बाले जीवनरक्षक दवाइयों के एक्सपोर्ट की परमिशन दे रहे है?

-Girish Malviya

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