कोरोना मरीजों के लिए ‘कंजूस’ निकले CM नीतीश कुमार, रिलीफ फंड में दिए मात्र सवा लाख रूपया

पटना : कोरोना के खतरे से हिफाजत के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी ओर से कोष में सवा लाख रुपये का योगदान किया। इसी तरह कई मंत्रियों, सांसदों, विधायकों एवं विधान पार्षदों ने भई अपनी-अपनी निधि से राहत कोष में राशि दी है।

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने सवा लाख एवं नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने वेतन से डेढ़ लाख रुपये दिए हैं। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने सवा लाख, उद्योग मंत्री श्याम रजक ने 4.3 लाख, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने एक लाख 51 हजार, खाद्य आपूíत एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी ने डेढ़ लाख, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने सवा लाख रुपये का अंशदान किया।

सहकारिता मंत्री राणा रणधीर एवं सचिव वंदना प्रेयसी की पहल पर सहकारी बैंक लिमिटेड के लाभांश से एक करोड़ रुपये का योगदान किया गया है। श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने अपनी विधायक निधि से 50 लाख रुपये दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने अपने वेतन से एक लाख एक हजार रुपये एवं ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने अपने वेतन से सवा लाख रुपये दिए हैं। जहानाबाद के जदयू सांसद चंदेश्वर चंद्रवंशी ने सांसद निधि से 60 लाख रुपये दिए हैं। राजद के राष्ट्रीय महासचिव एवं विधायक भोला यादव ने विधायक निधि से 25 लाख रुपये दिए हैं। कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्र ने अपना एक महीने का वेतन राहत कोष में दिया है। बिहारीगंज के विधायक निरंजन कुमार मेहता ने एक महीना का वेतन दिया है।

विधायक रामानंद प्रसाद सिंह, हरिनारायण सिंह, रत्नेश सदा, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधीजी, ललन सर्राफ, संजीव कुमार सिंह एवं गुलाम रसूल बलियावी ने सवा-सवा लाख रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए सौंपा। बिहार राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड ने 10 करोड़ एवं स्टेट इलेक्ट्रोनिक डेवलपमेंट कारपोरेशन ने 5 करोड़ रुपए का योगदान किया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *