विडंबना : दरभंगा के लोग भी “दरभंगा के महाराजा” को क्यों नहीं जानते और पहचानते हैं ?

जहाँ आरती कुमारी, दरभंगा खुद को असहाय देखते हुए एक्सपर्ट की सलाह लेती हैं और दरभंगा के सवाल से आगे बढ़ती हैं।धन्यवाद एक्सपर्ट का जिन्होंने आरती जी को इस दुविधा की घड़ी में साथ दिया और आरती के साथ बहोत से लोगों को ये जानकारी मिली कि। दरभंगा के महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह का क्या योगदान रहा है राष्ट्रनिर्माण में। केबीसी के इस सवाल एक उत्तर के विकल्प में मोती लाल नेहरू भी है और पहला विकल्प “दरभंगा के महाराजा” है।मोती लाल नेहरू को सभी जानते हैं।

“दरभंगा के महाराजा” को कोई नहीं जानता यहां तक कि दरभंगा के लोग भी नहीं। मुझे बेहद दुःख है इस बात का दरभंगा के लोग ही दरभंगा के सवाल पर असहाय हो जाते हैं। उन्हें या हमे ये नहीं पता चलता है कि मोती लाल नेहरू की हैसियत राज दभंगा के समक्ष क्या थी। नेहरू परिवार को दरभंगा राज किस औकात में रखता था।\

वजह ये है की हमे कभी अपने शहर के बारे में पढ़ाया नहीं गया, बताया नही गया, समझाया नहीं गया सुनाया नहीं गया, दिखाया नहीं गया।हम इसलिए अपनी भाषा की लड़ाई लड़ते है, अपने क्षेत्र के महत्व और विशेषता की बात को सामने लाना चाहते हैं।हम सामान्य ज्ञान की जानकारी रखते हैं लेकिन अपने शहर इतिहास विशेषता और महत्व की जानकारी तब तक नहीं रखते जब तक कि वो पाठ्य पुष्तक के पन्नों में सामान्य ज्ञान बन कर न आ जाये और परीक्षाओं में स्थानीय और उस क्षेत्र विशेष की बातों पर प्रश्न उत्तर न हो।

तथापि, धन्यवाद कौन बनेगा करोड़पति के क्विज मास्टर्स टीम का जिन्होंने हासिये पर ही सही दरभंगा और दरभंगा के महाराज की बात तो की और एक बार फिर धन्यवाद एक्सपर्ट सलाहकार का जिन्होंने आरती जी को दरभंगा के इस महज 6 लाख 40 हज़ार प्रश्न का सही और सफल उत्तर दिया। आरती जी को ढेर सारी बधाइयां और शुभकामनाएं। हमें आप पर गर्व है। भगवान आपको जल्द से जल्द स्वस्थ्य करें।

-Jha Vikas, Darbhanga, Film Maker

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