अधिकारियों को KK पाठक ने लगाई फटकार, नए आदेश के बाद अफसरों में हड़कंप, जानिए पूरा मामला

केके पाठक के फरमान से अब अफसरों में हड़कंप, सुस्ती बरतने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी : शिक्षा विभाग के अपर सचिव के पाठक द्वारा लापरवाही बरतने वाले बिहार सरकार के 44 अधिकारियों को फटकार लगाई गई है. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार के के पाठक ने अधिकारियों को सख्त आदेश दिया है कि स्कूल और कॉलेज की रोज जांच की जाए.

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के नए आदेश से शिक्षकों एवं कर्मचारियों के बाद अब अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। पाठक ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के कॉलेजों और स्कूलों के निरीक्षण में सुस्ती बरतने वाले पदाधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

ऐसे पदाधिकारियों को शिक्षा विभाग ने आगाह भी किया है। विभाग ने जारी आदेश में मुख्यालय पदाधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त की है कि उनके द्वारा निर्देशानुसार निरीक्षण कार्य की रिपोर्ट नहीं आ रही है।इसको देखते हुए विभाग में उप निदेशक, निदेशक से सचिव स्तर के पदाधिकारियों को जिला आवंटित करते हुए सख्त आदेश दिया गया है कि स्कूल-कॉलेज का निरीक्षण कर फोटो के साथ रिपोर्ट दें।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक खुद सभी पदाधिकारियों की निरीक्षण रिपोर्ट पर 16 सितंबर को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन देखेंगे। शिक्षा विभाग के मुख्यालय में पदस्थापित आईएएस, बीपीएस सहित बिहार शिक्षा सेवा के 44 अधिकारियों को अलग-अलग जिले की जिम्मेदारी दी गई है। कई पदाधिकारी बुधवार को जिलों के लिए रवाना भी हो गए हैं। केके पाठक स्वयं भी निरीक्षण कर रहे हैं।

कॉलेजों में पठन-पाठन, शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति समेत विभिन्न बिंदुओं पर रिपोर्ट देंगे। निरीक्षण के दौरान पदाधिकारी यह भी जानकारी लेंगे कि स्कूलों के कितने प्रकार के खाते हैं और उनमें कितनी राशि जमा है। इसके अलावा बच्चों की मासिक परीक्षा, साप्ताहिक मूल्यांकन और प्रतिदिन दिए जाने वाले होमवर्क की स्थिति को भी पदाधिकारी देखेंगे। मालूम हो कि एक जुलाई से स्कूलों-कॉलेजों का नियमित निरीक्षण जिलों में कार्यरत पदाधिकारी और कर्मचारी कर रहे हैं। इसी क्रम में विभाग में कार्यरत पदाधिकारियों को भी हर सप्ताह स्कूल-कॉलेज का निरीक्षण करने का निर्देश है।

विद्यालय परिसर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देंगे
विद्यालय परिसर, शौचालय, कमरे आदि की साफ-सफाई ठीक से हो रही है या नहीं, इस पर विशेष ध्यान देने को कहा गया है। निरीक्षण रिपोर्ट में इसका जिक्र विशेष रूप से होगा। स्कूल में लैब या पुस्तकालय कार्यरत है या नहीं। सरकार की ओर से भेज गए विभिन्न उपकरण, किट, एफएलएन किट एनसीईआरटी किट और खेल के लिए भेजी गई सामग्री का प्रतिदिन इस्तेमाल हो रहा है या नहीं। यह भी जांच करनी है।

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