लालबाग के राजा को कहा जाता है मन्नतों का गणेश, दर्शन के लिए लगती है 5 किमी लंबी कतार

New Delhi: बहुत जल्द देश के कई हिस्सों में गणपति बप्पा मोरया के नारे जोर-शोर से सुनाई देने वाले हैं। गणेश चतुर्थी का त्योहार महाराष्ट्र से निकलकर देश के कई कोनों तक पहुंच चुका है। 11 दिनों तक चलने वाला Ganesh Chaturthi का महापर्व महाराष्ट्र में काफी अच्छे से मनाया जाता है। प्रदेश में अगर कहीं की सबसे ज्यादा चर्चा होती है तो वो होती है लाल बाग के राजा की। दक्षिणी मुंबई में लाल बाग का राजा गणेश मंडलों में सबसे प्रसिद्ध है। आइए इनके बारे में और क्या बात खास है, जानते हैं-

साल 1934 में लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की स्थापना हुई थी। तब से अब तक हर साल सफतापूर्वक इस महोत्सव को मनाया जाता है। यह गणेष मंडल मुंबई के लालबाग, परेल इलाके में स्थित है।

दर्शन के लिए लगती है 5 किलोमीटर लंबी कतार- 2 सितंबर से Ganesh Chaturthi का त्योहार शुरु होगा जो अगले 10 दिनों तक चलेगा। मुंबई में इन 10 दिनों में लालबाग का यह मंडल गणेश भक्तों को सबसे ज्यादा आकर्षित करता है। इस प्रसिद्ध गणपति को ‘नवसाचा गणपति’(इच्छाओं की पूर्ति करने वाले) के रूप में भी जाना जाता है। हर वर्ष केवल दर्शन पाने के लिए यहां करीबन 5 किलोमीटर की लंबी कतार लगती है, लालबाग के गणेश मूर्ति का विसर्जन गिरगांव चौपाटी में दसवें दिन किया जाता है।

कहा जाता है मन्नतों का गणेश –मंडल का गठन उस युग में हुआ जब स्वतंत्रता संघर्ष अपने पूरे चरम पर था। लोकमान्य तिलक ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ की लोगों की जागृति के लिए ‘सार्वजनिक गणेशोत्सव’ को विचार-विमर्श को माध्यम बनाया था। यहां धार्मिक कर्तव्यों के साथ-साथ स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक मुद्दों पर भी विचार विमर्श किया जाता था। मुम्बई में गणेश उत्सव के दौरान सभी की नजर प्रसिद्ध ‘लालबाग के राजा’ पर होती है। इन्हें ‘मन्नतों का गणेश’ कहा जाता है।

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