लालू यादव ही बने रहेंगे राजद के अध्यक्ष, रामचंद्र पूर्वे की जगह नए चेहरे की तलाश

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ही रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष पद पर डाॅ. रामचंद्र पूर्वे की जगह नए नेता का चुनाव होना है। इसके लिए औपचारिक रूप से राजद का सदस्यता अभियान शुरू हैं। अबतक 2.50 लाख सक्रिय सदस्य बनाने की बात राष्ट्रीय सह निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन के समक्ष पहुंची है। एक सक्रिय सदस्य को 25 सामान्य सदस्य बनाना है। इस लिहाज से अबतक 62.50 लाख राजद के सदस्य बन चुके हैं। पर राजद नेतृत्व इस बात को लेकर सांसत में है कि 70 फीसदी सदस्यता फाॅर्म राजद के बेस वोटर यादव और मुस्लिम वर्ग के नेता ही ले गए।

राजद के 48 संगठन जिलाध्यक्षों में 40 जिलाध्यक्ष माय समीकरण से ही है। इनमें यादव जाति के 23 और मुसलमान समाज के 17 जिलाध्यक्ष हैं। सिर्फ 8 जिलाध्यक्ष माय समीकरण से बाहर हैं, जिनमें 4 अति पिछड़ा, 3 दलित और एक सवर्ण हैं। इन जिलाध्यक्षों पर ही राजद में सभी वर्ग के लोगों को जोड़ने की जिम्मेदारी है। पर, परेशानी यह है कि जिलाध्यक्षों की कई बार की मिन्नत के बावजूद अति पिछड़े, सवर्ण और दलित वर्ग के नेता सदस्यता फार्म बढ़ाने में रुचि कम ही दिखा रहे हैं। इस हालात में माय समीकरण से ही अधिसंख्य सदस्य बनने के आसार हैं। यही कारण है कि सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के लिए चुनाव से नहीं, नए जिलाध्यक्षों के मनोनयन पर पार्टी में विचार चल रहा है।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. रामचंद्र पूर्वे ने सदस्यता कार्य की शुरुआत के अवसर पर कहा कि बिहार के लिए कम से कम 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। झारखंड, उत्तर प्रदेश, असम, दिल्ली सहित अन्य 24 प्रदेशों में बिहार के अतिरिक्त 50 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य है। बिहार के 534 प्रखंडों में एक साथ सदस्यता अभियान चल रहा है, जो 10 अक्टूबर तक चलेगा। उसके बाद सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बार बूथ को पार्टी का सबसे निचली इकाई बनाया गया है। राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी जगदानंद के निर्देशन में मदन शर्मा, सतीश गुप्ता, निराला यादव और निर्भय अांबेडकर सहायक राज्य निर्वाचन पदाधिकारी के तौर पर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

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