टीम मोदी के सामने आखिरकार चीन ने टेक दिया घुटना, नियंत्रण रेखा विवाद पर नरम पड़ा

PATNA : भारत-चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद के बीच बुधवार को चीन का रुख नरम पड़ गया। मंगलवार को किसी देश का नाम लिए बिना राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना को तैयारी का निर्देश दिया था।

बुधवार को पहले चीनी विदेश मंत्रालय ने सीमा पर भारत के साथ स्थिति को स्थिर और नियंत्रण में बताया। उसके बाद भारत में चीन के राजदूत ने मतभेदों को बातचीत से निपटाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चाइनीज ड्रैगन और भारतीय हाथी साथ नृत्य कर सकते हैं।

एक-दूसरे के लिए अवसर : भारत में चीन के राजदूत सन विडोंग ने कन्फेडरेशन ऑफ यंग लीडर्स मीट को संबोधित करते हुए कहा कि मतभेद की छाया द्विपक्षीय रिश्तों में बाधा नहीं बनने देना चाहिए। भारत और चीन एक-दूसरे के लिए अवसर हैं, खतरा नहीं।

स्थिति नियंत्रण योग्य : इससे पहले चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, भारत के साथ सीमा पर हालात पूरी तरह स्थिर और नियंत्रण योग्य हैं और दोनों देशों के पास बातचीत और विचार-विमर्श करके मुद्दों को हल करने को उचित तंत्र और संचार माध्यम हैं।

ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह भारत और चीन के सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। ट्रंप इससे पहले भारत और पाक के बीच भी मध्यस्थता की पेशकश की थी, लेकिन भारत सरकार खारिज कर चुकी है।

9 मई: लद्दाख: जिस दिन उत्तरी सिक्किम में भारत-चीन के सैनिकों में झड़प हो रही थी, उसी दिन चीन ने लद्दाख में एलएसी पर हेलिकॉप्टर भेजे थे। जवाब में भारत ने लेह एयरबेस से सुखोई विमान का बेड़ा और बाकी लड़ाकू विमान रवाना कर दिए।

9 मई:नाथू ला सेक्टर: यहां भारत-चीन के 150 सैनिक आमने-सामने हो गए थे। सैनिकों ने एक-दूसरे पर मुक्कों से वार किए। इस झड़प में 10 सैनिक घायल हुए। यहां भी बाद में अफसरों ने दखल दिया, फिर झड़प रुकी।

5 मई : पेंगोंग झील (पूर्वी लद्दाख) : झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर-5 इलाके में भारत-चीन के करीब 200 सैनिक आमने-सामने हो गए। भारत ने ऐतराज जताया। पूरी रात टकराव के हालात रहे। अगले दिन तड़के दोनों तरफ के सैनिकों के बीच झड़प हो गई।

हमें हर तरफ निगाह बनाए रखनी होगी क्योंकि चीन ने कई जगहों पर हरकतें की हैं। वह नए मोर्चे भी खोल सकता है। पाकिस्तान इस स्थिति का फायदा उठाने का प्रयास करेगा। अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद से पाकिस्तान को चीन शह दे रहा है। -पीके मिश्र, सामरिक मामलों के जानकार

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