सुषमा ने माता-पिता के विरूद्ध जाकर किया था प्रेम विवाह, कॉलेज में पढ़ने के दौरान हुआ था प्रेम

भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार की रात नि’धन हो गया. उनकी आकस्मिक मृ’त्यु से पूरा देश शोक संतप्त है. बिहार के भी कई नेताओं ने उनके निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. सभी ने एक स्वर में यही कहा है कि उनके अप्रतिम योगदान के लिए देश हमेशा उनको याद रखेगा.

सुषमा स्वराज बेहद शानदार, बेबाक और जबरस्त व्यक्तित्व वाली मंत्री होने के साथ-साथ बेहद संजीदा इंसान भी थी. ये अपने जिंदादिल और दरियदिल स्वभाव के लिए दुनिया भर में जानी जाती हैं. बता दें कि सुषमा स्वराज ने लव मैरिज की थी, वो भी उस जमाने में, जब लड़कियों को पर्दे में रखा जाता था.

पर सुषमा और स्वराज को शादी करने के लिए खूब पापड़ बेलने पड़े थे. क्योंकि दोनों के परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे. क्योंकि वो दौर तब का था, जब बेटियों को पर्दे के पीछे रखा जाता था. प्रेम विवाह करना तो दूर, होने वाले दूल्हे की शकल भी नहीं दिखाई जाती थी. लेकिन सुषमा स्वराज ने हिम्मत दिखाई थी और जैसे-तैसे परिवार को मनाकर शादी रचाई.


सुषमा स्वराज के पति का नाम स्वराज कौशल है. दोनों का प्यार कॉलेज के दिनों में परवान चढ़ा था. 13 जुलाई 1975 को इनकी शादी हुई. पति स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने लॉयर हैं. उन्हें महज 34 साल की उम्र में देश का सबसे युवा एडवोकेट जनरल बना दिया गया था. स्वराज कौशल 37 साल की उम्र में मिजोरम के गवर्नर भी बन गए थे. वे 1990 से 1993 तक उस पद पर रहे.

सुषमा और स्वराज की प्रेम कहानी पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के लॉ डिपार्टमेंट में शुरू हुई थी. वहां दोनों पहली बार मिले, मुलाकातों का दौर शुरू हुआ था. प्यार हुआ, वो परवान चढ़ा और दोनों ने शादी करने का फैसला ले लिया था.

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