मधुबनी में गैंगरेप : बोल-सुन नहीं सकती, देख पहचान सकती थी इसलिए गैंगरेप के बाद आंखें ही फोड़ दीं

मिथिला पेंटिंग के लिए विश्वप्रसिद्ध धरती मधुबनी के दामन पर मंगलवार को लगा दाग कभी नहीं मिट सकेगा। कुछ लोगों ने 20 साल की एक दिव्यांग से गैंगरेप किया। बोल-सुन नहीं सकती, देख कर पहचान सकती थी इसलिए गैंगरेप के बाद दरिंदों ने आंखें ही फोड़ दीं। हालत इतनी नाजुक है कि हरलाखी PHC से मधुबनी सदर अस्पताल होते हुए अब उसे दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) रेफर किया गया है।

चारा व जलावन चुनने गई थी
युवती की जुबान और कान तो पहले ही काम नहीं कर रहे थे, अब उसकी आंखों पर भी खतरा है। दोनों आंखों को जिस बेरहमी से फोड़ा गया है उसे देखते हुए इस बात की आशंका है कि उसकी आंखें शायद ही ठीक हो सकें। युवती के परिजनों के अनुसार मंगलवार दोपहर लड़की बकरी का चारा व जलावन चुनने के लिए गांव व मनहरपुर के बीच नदी किनारे गई थी। वहां एक बगीचे में कुछ दरिंदों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद उसकी दोनों आंखें फोड़ दीं और उसे बेहोशी की हालत में वहीं छोड़कर भाग गए। लड़की काफी देर तक घर नहीं लौटी तो सब उसे ढूंढ़ने निकले। दर्द के कराहती उनकी बेटी बगीचे में मिली। शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था।

लड़की की स्थिति नाजुक
स्थानीय लोगों के सहयोग से एक शॉल में लपेटकर उसे हरलाखी PHC में भर्ती कराया गया। वहां से डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल भेज दिया। सदर अस्पताल में जरूरी प्राथमिक उपचार के बाद युवती को दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) भेज दिया गया। लड़की की स्थिति नाजुक बताई जा रही है।

एक गिरफ्तार, पर पुष्टि नहीं
घटना की जानकारी मिलने के बाद हरलाखी थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। वहीं, परिजनों ने बताया कि उन्होंने गांव के ही एक लड़के को नदी की तरफ बांध से लौटते हुए देखा था। उसके कपड़ों व शरीर पर मिट्‌टी व गेहूं के खेत की घास लगी हुई थी। परिजनों के अनुसार पुलिस को यह जानकारी दे दी गई है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने की सूचना मिल रही है, लेकिन पुलिस की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

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