CM नीतीश का ‘पागलपन’, 19 को रविवार फिर भी मानव शृंखला के लिए खुलेंगे सभी सरकारी स्कूल-कार्यालय

4.27 करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 19 जनवरी को बनने वाली मानव शृंखला से लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। जलवायु में हो रहे परिवर्तन के प्रति लोग अपनी सजगता दिखाने के लिए एकजुट हैं। गरीब राज्य और इतनी घनी आबादी होने के बावजूद यहां मानव शृंखला बनाना बड़ी बात है। यह मानव शृंखला पर्यावरण के लिहाज से बहुत बड़ा रिकॉर्ड होगा। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली अभियान के पक्ष में 19 जनवरी को सुबह 11.30 बजे से 12 बजे तक बनने वाली मानव शृंखला के निर्माण की तैयारियों की समीक्षा की। वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन महाजन ने बताया कि रविवार के बावजूद सभी सरकारी स्कूल और सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे। वर्ग 1 से वर्ग 4 के बच्चे स्कूल के अहाते में ही मानव शृंखला बनाएंगे। इसमें शामिल होने वाले विभिन्न वर्गों में सरकारी और निजी विद्यालयों के बच्चे, शिक्षक, सरकारी कर्मी, शिक्षा सेवक, रसोईया, जीविका दीदी, आशा कार्यकर्ता और आम नागरिक होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी डीएम और अफसर एक-एक चीज का ठीक से आकलन कर लें। एनएच पर हैवी ट्रैफिक रहता है। वहां पर सुरक्षा का पूरा ख्याल रखें। जब तक लोग घर तक नहीं पहुंच जाएं, यातायात के बेहतर संचालन के लिए निगरानी करें। ठंड के मौसम के कारण सतर्क रहने की जरूरत है। विभिन्न हिस्सों में विमान से मानव शृंखला का एक मैप बनाया जाए जो एक-दूसरे से सम्बद्ध रहे। सम्बद्ध जिलों के सभी रूटों को आपस में सम्बद्धता और विभिन्न जिलों के आपसी जुड़ाव का एक नक्शा भी बना लें।

उस दिन ऐसी रहेगी व्यवस्था: मार्ग के बायीं ओर खड़ा होने के लिए ही स्थान चिह्नित, हरेक किलोमीटर पर पेयजल की व्यवस्था, मार्ग के बीच-बीच में एम्बुलेंस और सुरक्षा का इंतजाम रहेगामोटर साइकिल और ड्रोन के माध्यम से होगी वीडियोग्राफी, 19 को सुबह के 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक शृंखला वाले रूट पर रहेगा यातायात नियंत्रित

पटना में गांधी मैदान से चार दिशाओं में मानव शृंखला का प्रस्थान होगा। जो एक-दूसरे से जुड़ते हुए सभी जिले आपस में शृंखला-बद्ध होंगे। जो जहां के हैं, उनको वहीं शामिल होना है। महाजन ने बताया कि 16,351 किलोमीटर की अनुमानित लंबाई की शृंखला बनेगी। इसमें 5,052 किमी मुख्य मार्ग और 11,299 किमी उपमार्ग की लंबाई होगी। इसमें लगभग दो हजार व्यक्ति प्रति किलोमीटर की दर से 3.27 करोड़ तथा प्रत्येक वार्ड में सौ के हिसाब से एक करोड़ यानी कुल 4.27 करोड़ लोगों के मानव शृंखला में शामिल होने की संभावना है।

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