मानव श्रृंखला के दौरान खड़े होकर लोगों ने किया NRC-CAA का विरोध, कहा- हिटलरशाही नहीं चलेगी

मानव श्रृंखला के दौरान खड़े होकर लोगों ने एनआरसी और नागरिकता संशोधन क़ानून का विरोध किया। इन लोगों की माने तो ये लोग सरकार तक इस माध्यम से अपनी बात पहुँचाना चाहते हैं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बालिका गृह काण्ड, चमकी बु’खार, बेरोजगारी, लॉ एंड आर्डर को लेकर भी मानव श्रृंखला बनाना चाहिए।

जल-जीवन-हरियाली मिशन के साथ न/शा मुक्ति, बाल विवाह रोकथाम और दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर जागरूकता अभियान के तहत रविवार को बिहार में मानव श्रृंखला बनाई गई। तकरीबन 4।25 करोड़ लोगों की भागीदारी के साथ 16 हजार किमी से अधिक लंबी कतार बनाकर बिहार ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। मानव श्रृंखला का मुख्य आयोजन पटना के गांधी मैदान में हुआ, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में मानव श्रृंखला बनाई गई।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी हिस्सा लेंगे। इनके अलावा बिहार सरकार के आला अधिकारियों का दल भी एक दूसरे के हाथ से हाथ जोड़े खड़े रहे। बता दें कि इसके पहले बिहार ने साल 2017 में नशा मुक्ति (शराबबंदी) अभियान को सफल बनाने के लिए विश्व की सबसे लंबी 11,292 किमी मानव श्रृंखला बनाई थी जो एक रिकॉर्ड था।

अपने इस रिकॉर्ड को बिहार ने वर्ष 2018 में दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ 13,654 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनाकर तोड़ा था। एक बार फिर 16 हजार किमी से अधिक लंबी कतार बनाकर बिहार रिकॉर्ड बना दिया। इस बार की मानव श्रृंखला के लिए हेलीकाॅप्टर से फोटोग्राफी की गई, जिसे गिनिज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्ड को भेजा जाएगा। मानव श्रृंखला के सफल आयोजन के लिए नोडल शिक्षा विभाग ने सभी विभागों को इसमें शामिल होने का निर्देश दिया गया था। इसके चलते रविवार को सभी सरकारी दफ्तर खोले गए।

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