CM नीतीश का दावा- विश्व रिकॉर्ड से 15 गुना बड़ी हमारी मानव शृंखला, UNO ने किया समर्थन

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल जीवन हरियाली कार्यक्रम को अंतरराष्ट्रीय संगठन का समर्थन मिला है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के कंट्री हेड (भारत) अतुल बगई इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि देश के दूसरे राज्यों को भी जल जीवन हरियाली की तरह कार्यक्रम चलना चाहिए।

जल-जीवन-हरियाली के पक्ष और नशा, दहेज प्रथा व बाल विवाह के विरोध में आयोजित मानव शृंखला लक्ष्य की सीमा को तोड़कर कोसों आगे निकल गई। रविवार को 18034 किलोमीटर में बनी मानव शृंखला में 5 करोड़ 16 लाख 71 हजार 389 लोग शामिल हुए। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने यह जानकारी दी। इसके साथ ही बिहार की यह मानव शृंखला दुनिया में अब तक बनने वाली सबसे लंबी मानव शृंखला से 15 गुना बड़ी है। अब तक की सबसे लंबी मानन शृंखला मधेशी लोगों ने नेपाल में भेदभावपूर्ण कानून के विरोध में 1 अक्टूबर, 2015 को बनाई थी। यह 1155 किमी लंबी थी और इसमें करीब 15 लाख लोगों के शामिल होने का अनुमान है।

मुख्य सचिव ने बताया कि लोगों की सहभागिता के मामले में पटना (27.87 लाख) सबसे आगे रहा। समस्तीपुर (27.80 लाख) और मुजफ्फरपुर (24.57 लाख) क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर तथा सारण (24.33 लाख) और रोहतास (23.24 लाख) क्रमश: चौथे और पांचवें नंबर पर रहा। प्रतिकूल मौसम के बावजूद पर्यावरण संतुलन के प्रति लोगों का उत्साह चरम पर रहा। नतीजा, बिहार ने अपने ही पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स की टीम ने मानव शृंखला का जायजा लिया। सबसे बड़ी शृंखला पटना में बनी। आंकड़ों और फोटोग्राफी के लिए चार हेलीकॉप्टर, तीन विमान और 100 ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया गया।

राजद के चार माननीय मानव शृंखला में शामिल हुए। मुजफ्फरपुर के गायघाट से विधायक महेश्वर प्रसाद यादव, दरभंगा में केवटी से विधायक फराज फातमी, वैशाली में पातेपुर से विधायक प्रेमा चौधरी और पार्टी के एमएलसी संजय प्रसाद अपने पूर्व घोषणा पर अमल करते हुए लोगों के साथ हाथ से हाथ जोड़ शृंखला के भागीदार बने।

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