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महान गणितज्ञ वशिष्ठ बाबू के परिजन बोले- जीते जी उन्हें कभी नहीं मिला सम्मान, इसका रहेगा मलाल

PATNA : भारत और बिहार का नाम विश्व पटल पर रोशन करने वाले बिहार के प्रख्यात गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह का निधन हो गया है। वशिष्ठ बाबू के निधन के बाद पीएमसीएच प्रशासन ने उन्हें एक एम्बुलेंस तक मुहैया नहीं कराई। इसको लेकर उनके परिजनों को बहुत निराशा है।

वशिष्ठ बाबू के परिजनों का कहना है कि उनको जीते जी कभी भी सम्मानित नहीं किया गया। वो जीवन के बहुत मुश्किल दौर से गुजरे लेकिन सरकार ने कभी भी उनकी सुध नहीं ली। पीएमसीएच ने उनके घर वालों को केवल मृत्यु प्रमाण पत्र देकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

उनका कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें एक एम्बुलेंस तक नहीं दी। उनके छोटे भाई अयोध्या सिंह ने कहा था कि बीते महीने अक्टूबर में जब वशिष्ठ बाबू बीमार पड़े तो तभी स्‍वजनों ने इच्छा जताई थी कि उनके जीवनकाल में सम्मान मिल जाता, तो अच्छा लगता। गणित की थ्योरी को लेकर दुनिया भर में चर्चा में रहे मगर बिहार के लाल को यहां के लोग ही भूल गये। उन्होंने कहा कि आज तक एक भी सम्मान नहीं मिला। बिहार रत्न तक देना किसी ने जरूरी नहीं समझा।

आपको बता दें कि एम्बुलेंस न देने पर अब कवि कुमार विश्वास ने भी बिहार सरकार को आड़े हाथों लिया है। कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा है कि उफ़्फ़, इतनी विराट प्रतिभा की ऐसी उपेक्षा ? विश्व जिसकी मेधा का लोहा माना उसके प्रति उसी का बिहार इतना पत्थर हो गया। वशिष्ठ बाबू के निधन पर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने वशिष्ठ नारायण सिंह के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा कि वशिष्ठ बाबू के नि’धन से बहुत दुख हुआ है। उन्होंने अपने ज्ञान से पूरे बिहार का नाम रोशन किया है।

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