गिरफ्तारी देने से पहले मां के पास वीडियो बनाने पहुंचा था मनीष कश्यप, कहा- मेरी मां को रोने मत देना

पटना : मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के बाद हर पल हर क्षण नया अपडेट सामने आ रहा है. पहले फिल्मी स्टाइल में पहुंचकर थाने पर सरेंडर करना. फिर समर्थकों के सामने थाने परिसर में फोटो सेशन करवाना और आर्थिक अपराध इकाई के सामने अपने आप को निर्दोष कहना, मानो उसने पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर रखी हो. सोशल मीडिया में 5 से 7 घंटे पहले एक और नया वीडियो मनीष कश्यप ने अपलोड किया है. इसमें वह अपनी मां के साथ बैठा हुआ नजर आ रहा है. वीडियो में मनीष कश्यप का ड्रेस गेट अप वही है जो थाने परिसर में था. संभावना व्यक्त की जा रही है कि मनीष कश्यप ने सरेंडर करने से पहले या तो जहां छुपा हुआ था वहां अपनी मां को बुलाया था या अपने घर चोरी-छिपे पहुंचा था.

हीरो वाली स्टाइल में मनीष कश्यप वीडियो में कहता है कि मैंने बिहार की हजारों लाखों मां के आंसू को पूछने का काम किया था. इसलिए मुझे उम्मीद है कि मैं जब जेल जा रहा हूं तो कोई मेरी मां को रोने नहीं देगा. मैं अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जेल जा रहा हूं.

मनीष कश्यप कहता है आरोप बिहार पुलिस और तमिलनाडु पुलिस मेरे ऊपर लगा रही है वही खबर बिहार के तमाम अखबारों में एक नंबर पन्ने पर छापा था लेकिन उन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इतना ही नहीं वह अपनी तुलना भगतसिंह से करता है.

बताते चलें कि तमिलनाडु में बिहारी लोगों के साथ तथाकथित हिंसात्मक घटनाओं से जुड़े फर्जी वीडियो बनाने और वायरल करने के मामले में मुख्य आरोपी मनीष कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले शनिवार को मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी तिवारी के बेतिया में महनवा के रामपुरवा स्थित पैतृक घर की कुर्की-जब्ती की गई।

पुलिस की दबिश के कारण उसने बेतिया के जगदीशपुर ओपी पहुंच कर आत्मसमर्पण किया, जहां उसे शनिवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद ईओयू की टीम उसे पटना ले आई और पूछताछ कर रही है। जल्द उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। मामले की जांच करने तमिलनाडु से आई पुलिस भी उसे रिमांड पर ले सकती है, क्योंकि उसके खिलाफ वहां के कृष्णागिरी थाना में मामला दर्ज है।

गौरतलब है कि तमिलनाडु प्रकरण में उस पर तीन केस हुए हैं। इससे पहले से भी उस पर सात मामले दर्ज थे। इसी में मझौलिया थाने में दर्ज कांड है। इसमें मनीष पर पारस पकड़ी बैंक शाखा के प्रबंधक से 31 मार्च 2021 को रंगदारी मांगने का आरोप है। इस केस में 2021 में ही कोर्ट ने उसकी जमानत खारिज कर दी थी। इसके बाद से वह पुलिस रिकॉर्ड में फरार चल रहा था। इसी केस में शनिवार को कुर्की जब्ती हुई।

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