काेराेना संदिग्ध ने मुंह में पानी भरकर डाॅक्टराें पर फेंका, मारपी’ट की, पुलिस ने हि’रासत में लिया

DARBHANGA : सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि आईसोलेशन में भर्ती युवक की रिपोर्ट निगेटिव अाई है। लड़की का सैंपल लेने में कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण उसकी जांच नहीं हो पाई। फिर से सैंपल लिया जाएगा। एसडीपीओ अनोज कुमार ने बताया कि दोनों भाई-बहन ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की। डॉक्टरों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी भाई को हिरासत में लिया गया है।

दरभंगा के खराजपुर के रहनेवाले है दोनों भाई-बहन : डॉक्टरों के मुताबिक दोनों 23 अप्रैल को भर्ती हुए थे। सदर एसडीओ राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि ये दोनों भाई-बहन 23 मार्च को पुणे से पटना फ्लाइट से आए। इसी दिन ये लोग दरभंगा के खराजपुर अपने गांव आए। उस फ्लाइट में शामिल एक व्यक्ति जो सीवान के थे, कोरोना पॉजिटिव थे। जानकारी मिलने पर दोनों को 23 अप्रैल को डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया।

ढाई घंटे तक डीएमसीएच में मची रही अ/फरातफरी : डीएमसीएच के आइसोलेशन में इलाज कर रहे मेडिसिन के जूनियर डॉक्टरों के साथ भर्ती मरीजों द्वारा की गई मारपीट एवं जूठा पानी शरीर पर फेंकने के बाद 2.15 से 4.30 बजे तक आइसोलेशन वार्ड परिसर में अफरातफरी मची रही। धीरे-धीरे सभी डॉक्टर परिसर में पहुंच गए। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने आधा घंटे के लिए इमरजेंसी सेवा को भी ठप कर दिया। आइसोलेशन वार्ड में भी इलाज को 2.30 घंटे के लिए बंद कर सभी डॉक्टर बाहर आ गए।

जैसे ही अस्पताल प्रशासन को इस बात की जानकारी मिली तो अधीक्षक डॉ. आरआर प्रसाद, एचओडी सीएम झा, उपाधीक्षक डॉ. बालेश्वर सागर, डॉ. मणिभूषण शर्मा पहुंचे। उसके तुरंत बाद सदर एसडीपीओ अनोज कुमार, एसडीओ राकेश कुमार गुप्ता व डीडीसी डॉ. कारी प्रसाद महतो व बेंता थाना प्रभारी अमित कुमार पहुंचे। इसके बाद मामले को शांत किया गया। इस दौरान सभी जूनियर डॉक्टर मारपीट करने वाले की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि ऑन ड्यूटी डॉक्टर पर हाथ उठाया गया है। मरीज बार-बार बिना मास्क के ही सीढ़ी से आया-जाया करते थे। डॉक्टर के मना करने पर मारपीट की गई। उन पर जूठा पानी फेंका गया।

पुणे से 23 मार्च काे जिस फ्लाइट से अाए थे भाई-बहन, उसमें सीवान का एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव िनकला था

मैं डॉ. कुंदन अमिताभ अपने सहयोगी साथी डॉ. नटवर लाल, डॉ मधु वाेहरा सहित अन्य के साथ शुक्रवार को डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी पर थे। दाेपहर दो बजे के अासपास आइसोलेशन वार्ड के बेड नं 34 एवं 35 के मरीज (दोनों भाई-बहन) ड्यूटी रूम में आए और डिस्चार्ज करने के लिए दबाव देने लगे। जब उन्हें समझाया गया कि आप दोनों कोराेना संदिग्ध हैं। आप लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए। जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप दोनों को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

इस बात पर दोनों भाई-बहन हम डाॅक्टराें पर चिल्लाने लगे। वे कहने लगे हमें तुरंत डिस्चार्ज करो। इस समय तक दोनाें की रिपोर्ट नहीं आई थी ताे दोनों को अपने-अपने बेड पर जाने के लिए कहा गया। इस पर दोनों गाली-गलौज करने लगे एवं ड्यूटी पर तैनात सभी स्वास्थ्य कर्मियों से उलझ गए। इसी दौरान लड़की के भाई ने बाेतल का पानी मुंह में भरकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के शरीर पर फेंकने लगे। जब डॉक्टर नटवर लाल ने रोकने का प्रयास किया तो दोनों भाई-बहनों ने उसके साथ मारपीट की। इसमें डाॅ. नटवर के दाएं हाथ के मिडिल फिंगर में चोट लग गई। इस तरह से दोनों मरीजों ने जानबूझ कर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाने का प्रयास किया। दाेनाें ने सरकारी कामकाज में बाधा डालने की भी काेशिश की।

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