पटना के मेदांता हॉस्पिटल का कारनामा, पेमेंट नहीं होने के कारण 4 दिनों तक डेड बॉडी को बंधक बनाए रखा

पटना 20 अप्रैल 2023 : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस दिन मेदांता हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था उस दिन उन्होंने ऐलान करते हुए कहा था कि इस हॉस्पिटल में गरीबों का भी इलाज सस्ते दामों पर किया जाएगा. लेकिन उनको क्या पता था कि जिस हॉस्पिटल का काम मानव सेवा है वह धंधा करने पर उतर जाएगा. इसे आप धंधा नहीं गोरखधंधा कह सकते हैं. कल्पना कीजिए कि कोई मरीज इलाज के दौरान 4 दिन पहले मर जाता है लेकिन बिल पेमेंट नहीं होने के कारण अस्पताल प्रशासन द्वारा डेड बॉडी को 4 दिनों तक बंधक बनाकर रखा जाता है. बाद में पप्पू यादव हॉस्पिटल पहुंचते हैं और परिवार वालों की मदद करते हैं.

पप्पू यादव कहते हैं कि कंकड़बाग स्थित मेदांता अस्पताल की मनमानी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अस्पताल प्रशासन वार्ड पार्षद मुन्ना राय के शव को पैसे की खातिर 4 दिनों से बंधक बनाकर रखा था। सूचना मिलने के बाद कल मैं वहां गया और फिर मुझे शव को छुड़ाने के लिए मेदांता अस्पताल के डॉ. तेरहान समेत 100 लोगों को फोन करना पड़ा।

अंत में डिप्टी सीएम और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री तेजस्वी यादव जी को मुझे फोन करना पड़ा, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव को परिजनों को सौंपा। आलम यह था कि परिजनों की लाख मिन्नत के बाद भी शव को नहीं दे रहे थे। अस्पताल में इलाज क्या होता है भगवान जाने, लेकिन अस्पताल में बाउंसर के नाम पर गुंडा को जरूर पाला गया है, जो मरीज और उनके परिजनों को डराने – धमकाने का काम करते हैं। अस्पताल प्रशासन इलाज के नाम लूट मचाये हुए हैं।

अस्पताल प्रशासन द्वारा मुन्ना राय के शव को 4 दिनों से बंधक बनाया बना लिया था। इलाज में 8 लाख खर्च होने के बावजूद मृत अवस्था में अस्पताल प्रशासन ने शव को 4 दिन तक परिजनों को नहीं सौंपा। यह अस्पताल गलत तरीके से जमीन कब्जा कर बनाया गया है। जब इस अस्पताल में 35% गरीब लोगों फ्री इलाज की बात है, तो ऐसे में मरीज के शव को रखकर पैसे उगाही का अधिकार इन्हें किसने किया।

डेली बिहार न्यूज फेसबुक ग्रुप को ज्वाइन करने के लिए लिंक पर क्लिक करें….DAILY BIHAR  आप हमे फ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और WHATTSUP, YOUTUBE पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *