रामकृपाल पर भारी पड़ी मीसा भारती, पाटलिपुत्रा में राजद की जीत लगभग तय, भाजपा को झटका
लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण में प्रदेश की जिन आठ सीटों पर हुआ उनमें पाटलिपुत्र सीट भी शुमार है। यहां एक बार फिर चचा और भतीजी के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। एनडीए की ओर से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री व निवर्तमान सांसद रामकृपाल यादव को दुबारा टिकट दिया है जबकि चुनावी मैदान में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी व राज्यसभा सदस्य मीसा भारती महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने जब अपने बेहद करीबी रहे रामकृपाल यादव को पाटलिपुत्र सीट से टिकट न देकर अपनी मीसा बिटिया को थमा दिया तो बिफर कर रामकृपाल यादव बीजेपी से जा मिले। एनडीए से उन्हें पाटलिपुत्र सीट से उम्मीदवार बनाया गया और तब पहली बार चचा-भतीजी में भिड़त हुई। चचा जीत गये और भतीजी हार गई। इस संसदीय क्षेत्र में 2014 में 56.22 प्रतिशत मतदान हुआ था। पाटलीपुत्र में तकरीबन साढ़े 16 लाख मतदाता हैं जिनमें 5 लाख यादव और साढ़े चार लाख भूमिहार हैं। ऐसे में दो याद प्रत्याशियों के बीच यादव वोट का बंटना तय है। अब लालू प्रसाद की पकड़ वाले यादव वोट बैंक से रामकृपाल यादव कितना निकाल पाते हैं यह देखने की बात होगी।
राजद के इस गढ़ की छह विधानसभा सीटों में बीजेपी और जदयू एक-एक सीट ही जीत सके हैं जबकि तीन पर राजद और एक पर कांग्रेस का कब्जा है। सीट बचाने में रामकृपाल यादव को इस बार काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। समीकरण में फेरबदल हुआ है, कांग्रेस के साथ महागठबंधन में राजद को भाकपा माले का भी साथ मिला है। इस बार माले ने पाटलिपुत्र सीट पर उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है जिससे मीसा भारती को राहत मिलेगी। 2014 के चुनाव में माले प्रत्याशी को 51 हजार वोट मिले थे भले ही वह चौथे पर रहा।
वह चुनाव मीसा भारती महज 40 हजार वोट से हार गई थी। लिहाजा इस बार माले के वोट मीसा भारती के खाते में ही जुड़ेंगे। अब देखना है कि रामकृपाल यादवइ स बार भी अपनी सीट बचाने में सफल होते हैं या भतीजी चचा को हरा कर पिछली हार का बदला ले लेती है
Bhai jdu Ka vote Jose milege,tum Bhai bik Gaye ho kya
Jdu k vote bhi bjp ko milege 9%
92000 हजार जदयु का वोट कहा गया।
कलम हाथ में आ गई तो कुच्छ भी घसीट दिए।