उड़ान योजना में पिछड़ा बिहार, एक साल में पटना का कई शहरों से टूट गया हवाई संपर्क

बीते पांच वर्षों में हवाई नेटवर्क में तेजी से आगे बढ़े पटना एयरपोर्ट का हवाई सम्पर्क के विस्तार पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। पिछले छह महीने से पटना एयरपोर्ट से किसी भी नए रूट पर विमान सेवाओं का विस्तार नहीं हो सका है। इसके उलट पिछले एक साल में कई शहरों से हवाई सम्पर्क टूट गया है। इसका असर यह हो रहा है कि इन रूटों पर सीधी उड़ान सेवाएं न मिलने से यात्रियों का दोगुना समय व दोगुना पैसा खर्च हो रहा है।

 

यात्रियों का कहना है कि पुणे, गुवाहाटी और इलाहाबाद के लिए पटना से सीधी विमान सेवाओं के होने से इन शहरों से पटना की दूरी सिमट गई थी। स्पाइस जेट ने पुणे के लिए छह महीने तक उड़ान सेवाएं उपलब्ध कराईं लेकिन मुंबई रूट पर मिल रहे अधिक मुनाफे ने विमानन कंपनी को अधिक लुभाया और पटना-मुंबई रूट पर दो-दो उड़ानें बढ़ गईं। इस बीच पुणे के लिए यात्रियों को पटना से वाया मुंबई या वाया कोलकाता जाने की मजबूरी बढ़ती गई।

उड़ान योजना में बिहार पिछड़ा : क्षेत्रीय सम्पर्क योजना के तहत जेट एयरवेज ने लखनऊ- इलाहाबाद-पटना रूट पर उड़ान शुरू की थीं पर बुरे दौर से गुजर रहे जेट एयरवेज ने सभी उड़ानें बंद कर दीं तो पटना से इलाहाबाद रूट पर भी परिचालन बंद हो गया। स्पाइस जेट और इंडिगो ने नई उड़ानें शुरू की, पर इलाहाबाद रूट पर उड़ानें शुरू नहीं हो सकीं।

गुवाहाटी जाना भी दोगुना महंगा : स्पाइस जेट ने गुवाहाटी रूट पर सीधी सेवा शुरू की तो कामाख्या व नार्थ ईस्ट जाने वाले यात्रियों के लिए नई सुविधाएं मिलीं। पर घाटे का सौदा बता विमानन कंपनी ने हाथ खींच लिये।अब यात्रियों को या तो कोलकाता होकर दूसरे विमान से गुवाहाटी जाना होता है या फिर रेल रूट के भरोसे ही नार्थ ईस्ट की यात्रा की योजना बनती है।

पटना एयरपोर्ट से जुड़े कुछ अन्य तथ्य ’ पटना एयरपोर्ट से औसत 92 विमानों की रोजाना आवाजाही ’ 33 लाख यात्री सालाना कर रहे पटना एयरपोर्ट से सफर ’ पांच लाख यात्रियों की क्षमता है एयरपोर्ट की बिल्डिंग की ’ मुंबई, लखनऊ, रांची, दिल्ली, बेंगलुरु, कोलकाता, हैदराबाद, अहमदाबाद व चेन्नई के लिए पटना से उपलब्ध हैं सीधी विमान सेवाएं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *