बुलेटप्रूफ जैकेट, एके-47 और 19 किलो सामान के साथ गश्त करेंगे धोनी, बैरक में रहेंगे सैनिकों के साथ

पूर्व कप्तान लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी बुधवार को कश्मीर में आतंकवाद विरोधी यूनिट में पहली बार तैनात होंगे। वे पैरा कमांडो की बटालियन में 15 दिन ड्यूटी करेंगे। 15 अगस्त भी वहीं मनाएंगे। उसके बाद ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरु चले जाएंगे। आतंकवादग्रस्त इलाके मेंं धोनी को 19 किलोग्राम वजनी साजो-सामान लेकर चलना पड़ेगा।

पैरा कमांडो की जिस बटालियन में धोनी तैनात होंगे, वह मिले-जुले सैनिकों की यूनिट है। वहां देश के हर इलाके से आए करीब 700 सैनिक हैं। इनमें गोरखा, सिख, राजपूत, जाट जैसी सभी रेजीमेंट के सैनिक शामिल हैं। यहां धोनी को दिन-रात दोनों शिफ्टों में ड्यूटी करनी होगी।

सैनिकों के साथ बैरक में रहेंगे : धोनी ऑफिसर्स मैस की जगह 50-60 सैनिकों के साथ बैरक में ही रहेंगे। ऐसा धोनी खुद चाहते थे। वे सैनिकों के लिए बने क्यूबिकल में ही नहाएंगे। स्वादिष्ट बटर चिकन के लिए जानी जाने वाली इस बटालियन में हफ्ते में तीन दिन धोनी को चिकन मिलेगा। धोनी को 2011 में सेना की टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक मिली थी।

धोनी के 19 किलो वजन में क्या रहेगा : सामान वजन- 3 मैगजीन 5 किलो- वर्दी 3 किलो- जूते 2 किलो- 3 से 6 ग्रेनेड 4 किलो- हेलमेट 1 किलो- बुलेटप्रूफ जैकेट 4 किलो

ड्यूटी में क्या करेंगे धोनी 1। गश्त: श्रीनगर के बादामी बाग कैंट एरिया में धोनी 8-10 सैनिकों के दस्ते में गश्त करेंगे। उन्हें बुलेटप्रूफ जैकेट, एके-47 राइफल और 6 ग्रेनेड दिए जाएंगे। इस ड्यूटी का मकसद लोगों के साथ मेल-मिलाप और इलाके से खुफिया जानकारियां जुटाना होता है। 2। गार्ड ड्यूटी: धोनी को बतौर गार्ड यूनिट की रखवाली का काम मिलेगा। यह काम 4-4 घंटे की दो शिफ्ट में होगा। यह दिन और रात, दोनों तरह की ड्यूटी है। दिन की ड्यूटी पर धोनी काे सुबह 4 बजे उठना होगा। रात की ड्यूटी होने पर उन्हें सुबह जल्दी उठने से छूट मिलेगी। 3। पोस्ट ड्यूटी: उन्हें बंकर में बिना पलक झपके खड़े रहना पड़ सकता है। ऐसा 2-2 घंटे की शिफ्ट में तीन बार होगा। यह ड्यूटी धोनी के धैर्य की परीक्षा लेगी। चुपचाप खड़े रहना और बिना हिले लगातार लोगों को आते-जाते देखते रहना पोस्ट ड्यूटी का सबसे अहम काम है।

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