बाप का दर्द : इकलौते बेटे की लाश को कहां ले जाते सर, बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसके घर पर जला दिया

‘इकलौते बेटे की लाश को कहां ले जाते सर? बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसके घर पर जला दिया, हमको सिर्फ इंसाफ चाहिए’ : मृतक सौरभ के चाचा ने नम आंखों से बताया कि एक ही तो था मेरा बेटा, जिससे काफी उम्मीदें थीं। उम्र भी महज 22 साल की थी। उड़ीसा में एक निजी कंपनी में काम कर कमाई करने लगा था। घर की रोजी-रोटी का आश्रय था वो। इसी महीने के एक जुलाई को अपनी बहन की शादी में घर आया था।

मुजफ्फरपुर के कांटी थाना क्षेत्र में सोनबरसा गांव में शुक्रवार शाम प्रेम प्रसंग में रेपुरा रामपुर साह के सौरभ कुमार उर्फ मोनू की जमकर पिटाई की गई। उसके नाजुक अंग को काट दिया। देर रात शहर के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई। हत्या के अगले दिन शनिवार को लोगों ने जमकर बवाल काटा। रेपुरा स्थित मुजफ्फरपुर-देवरियाकोठी रोड को दो घंटे तक जाम रखा। पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव लेकर परिजन युवती के दरवाजे पर पहुंचे और दाह संस्कार कर दिया। गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

आक्रोशित परिजनों ने युवती के दरवाजे पर जलाया युवक का शव
सौरभ का शव शनिवार दोपहर तीन बजे रेपूरा पहुंचा। इसके बाद ग्रामीणों ने रेपुरा में देवरिया रोड जाम किया। दोपहर तीन बजे से लेकर पांच बजे तक देवरिया रोड जाम रहा। इसके बाद परिजन व ग्रामीण शव को लेकर सोनबरसा पहुंचे। आरोपितों के दरवाजे पर शव का अंतिम संस्कार करने लगे। इस दौरान सोनबरसा के लोगों ने विरोध किया। स्थिति तनावपूर्ण होने पर बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई। पुलिस के पहुंचने से पहले चिता में आग लगा दी गई थी। शव जलाने से पूर्व आरोपित अपने घर पर ताला लगाकर फरार हो चुके थे। बताया गया कि दोनों के बीच करीब चार साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। घटना को लेकर शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक तनाव बना रहा।

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