बिहार में 20 शिक्षकों को मिलेगा राजकीय पुरस्कार, राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए देश भर से 44 शिक्षक हुए चयनित

राज्य में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले तकरीबन बीस शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया अंतिम रूप से आज पूरी हो जायेगी। माना जा रहा है कि चयनित शिक्षकों की सूची भी आज ही जारी हो जायेगी।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों को पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार दिये जाते हैं। उसी दिन राज्य स्तर पर आयोजित होने वाले राजकीय समारोह में चयनित शिक्षकों को राजकीय शिक्षक पुरस्कार दिये जाते हैं। कोरोनाकाल के मद्देनजर पांच सितंबर को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार वितरण समारोह ऑनलाइन होगा।


इस बार राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए तकरीबन 74 शिक्षकों द्वारा आवेदन दिये गये थे। इनमें छह शिक्षकों का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्णायक मंडल के समक्ष प्रेजेंटेशन हुआ। उसके आधार पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए दो शिक्षकों का चयन हुआ। इनमें एक हरिदास शर्मा कैमूर जिले के राजकीयकृत मध्य विद्यालय डहरक (रामगढ़) के प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं। दूसरी श्रीमती चंदना दत्ता मधुबनी जिले के राजनगर के राजकीयकृत मध्य विद्यालय रांटी की शिक्षिका हैं। बच गये 72 शिक्षक। इनमें से तीन शिक्षकों को पहले ही राजकीय शिक्षक पुरस्कार मिल चुका है। बाकी बच गये 69 शिक्षक। तो, इन्हीं 69 शिक्षकों में से बीस को राजकीय शिक्षक पुरस्कार मिलना तय है।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए देश भर से 44 शिक्षक चयनित हुए हैं। इनमें बिहार के दो शिक्षकों के अलावे हिमाचल प्रदेश के एक, पंजाब के एक, दिल्ली के एक, राजस्थान के दो, गुजरात के दो, मध्य प्रदेश के एक, उड़ीसा के दो, पश्चिम बंगाल के एक, जम्मू-कश्मीर के एक, लद्दाख के एक, उत्तर प्रदेश के दो, सीबीएसई के दो, सैनिक स्कूल के एक, ईएमआरएस-एमओटीए के एक, केवीएस के एक, अरुणाचल प्रदेश के एक, नागालैंड के एक, मणिपुर के एक, सिक्किम के दो, मिजोरम के एक, त्रिपुरा के एक, असम के दो, झारखंड के एक, आंध्र प्रदेश के दो, तेलांगना के एक, कर्नाटक के एक, तामिलनाडु के दो, महाराष्ट्रा के दो एवं पांडिचेरी के एक शिक्षक हैं।

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