धारा 370 पर CM नीतीश का ड्रामा खत्म, सदन से वाकआउट कर JDU सांसद ने दिया मोदी सरकार को समर्थन

जम्मू कश्मीर और धारा 370 पर मोदी सरकार के फैसले ने विपक्षी दलों के साथ-साथ सहयोगी दल जेडीयू को भी सकते में डाल दिया है। जेडीयू मैं ऐलान किया है कि वह है संसद में कश्मीर पुनर्गठन और धारा 370 पर लाए गए बिल का विरोध करेगा। जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि उनकी पार्टी जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉन फर्नांडिस के सिद्धांतों पर चलती है। जनता दल यूनाईटेड कभी भी धारा 370 को हटाए जाने का समर्थन नहीं करेगा। जेडीयू के प्रधान महासचिव त्यागी ने कहा है कि पार्टी संसद में मोदी सरकार की तरफ से लाए गए बिल का विरोध करेगी। जेडीयू नेता ने कहा है कि धारा 370 पर उनकी पार्टी का रूप पहले से स्पष्ट है और वह इसमें किसी बदलाव के पक्ष में नहीं।

 

 

तीन तलाक से लेकर धारा 370 पर नीतीश कुमार का विरोध आखिरकार ड्रामा साबित हो गया. नीतीश ने तीन तलाक की तरह ही कश्मीर मसले पर भी भाजपा की मदद कर दी. जेडीयू सांसदों ने राज्यसभा और लोकसभा में कश्मीर मसले पर केंद्र सरकार के खिलाफ वोटिंग के बजाय वोट बहिष्कार का फैसला ले लिया है. जेडीयू के बहिष्कार से मोदी सरकार को अपने इरादे पूरे करने में मदद मिल गयी.

नीतीश कुमार काफी पहले से कहते आये हैं कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के मसले पर वे नरेंद्र मोदी सरकार का विरोध करेंगे. लेकिन जब वक्त आया तो नीतीश की पार्टी पीठ दिखाकर निकल गयी. संसद में आज जब नरेंद्र मोदी सरकार ने कश्मीर से धारा 370 हटाने और जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांटकर दोनों को केंद्र शासित राज्य घोषित किया तो नीतीश की पार्टी ने कहा कि वो इसका विरोध करेगी. लेकिन राज्यसभा में नीतीश की पार्टी ने वोट बहिष्कार का फैसला ले लिया. राज्यसभा में जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने कोरम पूरा करने वाला भाषण दिया और पार्टी के सांसद सदन से निकल गये.

पूरी दुनिया को मालूम था कि नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीर को लेकर बड़ा फैसला लेने जा रही है. लेकिन राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता सदन से गायब थे. नीतीश कुमार के सबसे खास RCP सिंह दिल्ली पहुंचे ही नहीं. सदन में जब जदयू का पक्ष रखने की बारी आयी तो वशिष्ठ नारायण सिंह भी कन्नी काट गये. हालांकि वशिष्ठ नारायण सिंह संसद गये थे लेकिन राज्यसभा में चर्चा के दौरान वे कहीं नजर नहीं आये. जदयू ने राज्यसभा में रामनाथ ठाकुर से बुलवा कर विरोध का कोरम पूरा किया.

लोकसभा में भी जदयू ने बहिष्कार का एलान किया है. पार्टी वहां भी कश्मीर पर सरकार के फैसले के खिलाफ वोट नहीं करेगी. पार्टी सूत्रों ने बताया कि लोकसभा में भी औपचारिक तौर पर सरकार के फैसले के खिलाफ भाषण होगा और जदयू सांसद वोटिंग का बहिष्कार कर चलते बनेंगे.

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