नीतीश-पासवान फेल, झारखंड चुनाव में नहीं खुला खाता, BJP के खिलाफ ठोकी थी ताल

फेल हुए नीतीश कुमार और रामविलास पासवान, झारखंड में बीजेपी के खिलाफ ठोकी थी ताल

Jharkhand Assembly Elections Results 2019: झारखंड विधान सभा चुनाव परिणाम के ताजा रुझानों के मुताबिक जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन सबसे आगे चल रहा है। हालांकि बीजेपी अकेले कांटे का टक्कर दे रही है। सुबह 10 बजे तक के रुझानों के मुताबिक 34 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। उधर, बीजेपी के खिलाफ ताल ठोकने वाले NDA के दो सहयोगी दलों को राज्य में बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ रहा है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू चारो काने चित्त होती नजर आ रही है। जेडीयू ने 81 सदस्यों वाली विधानसभा में 48 उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि, नीतीश ने एक सीट पर भी चुनाव प्रचार नहीं किया। NDA की दूसरी सहयोगी पार्टी और केंद्र सरकार में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी को भी झारखंड की जनता ने नकार दिया है। एलजेपी ने कुल 50 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन एक भी सीट पर पार्टी उम्मीदवार खास प्रदर्शन करते नहीं दिख रहे।

झारखंड स्थापना के समय से ही जेडीयू बीजेपी की सहयोगी पार्टी रही थी लेकिन 2014 के चुनावों में दोनों की राहें जुदा हो गईं। तब से राज्य में जेडीयू का प्रदर्शन लगातार पिछड़ता जा रहा है। 2005 के विधान सभा चुनावों में जेडीयू ने गठबंधन के तहत 18 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से 6 सीटों पर जीत दर्ज की लेकिन 2009 में पार्टी दो सीटों पर सिमट गई। 2014 के विधानसभा चुनाव में जब पार्टी अपने दम पर मैदान में कूदी तो उसका खाता भी नहीं खुल सका।

हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने बीजेपी को समर्थन दिया था और अपना एक भी प्रत्याशी खड़ा नहीं किया लेकिन सात महीने बाद ही जेडीयू ने विधानसभा चुनाव अकेले लडऩे की घोषणा कर दी। एलजेपी झारखंड विधानसभा के पिछले तीन चुनावों में भी खाता नहीं खोल सकी है। इस बार भी पार्टी का प्रदर्शन निराश करने वाला हो सकता है।

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