नीतीश सरकार ने की शुरुआत, लॉकडाउन में फंसे हुए 1 लाख बिहारी प्रवासी के खाते में भेजे गए रुपए

Patna: लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों की आर्थिक मदद करने वाला बिहार देश का पहला राज्य बन गया है सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना की शुरुआत करते हुए प्रवासियों के बैंक खाते में एक-एक हजार रुपए भेजे. अब तक 2 लाख 84 हजार 674 प्रवासियों ने सहायता के लिए मोबाइल एप के जरिए आवेदन दिए हैं. फिलहाल 1 लाख 3 हजार 579 प्रवासियों के बैंक खाते में 10 करोड़ 35 लाख 79 हजार रुपए ट्रांसफर किए गए. मुख्यमंत्री ने बाकी लाभुकों के खाते में भी जल्द रकम ट्रांसफर करने का आदेश दिया.

अभी सारण के 7281, मुजफ्फरपुर के 6821, मधुबनी के 6792, पूर्वी चम्पारण के 6569, सीतामढ़ी के 6348, सीवान के 5897, दरभंगा के 5026, समस्तीपुर के 4264, गोपालगंज के 4240, वैशाली के 4145, पश्चिम चम्पारण के 3340, जमुई के 2523, भागलपुर के 2439, बांका के 2399, पटना के 2372, बेगूसराय के 2252, कटिहार के 2209, सुपौल के 2175, रोहतास के 2166, औरंगाबाद के 2158, गया के 2052, किानगंज के 1968, अररिया के 1793, पूर्णिया के 1747, भोजपुर के 1709, नालंदा के 1686 शामिल हैं.

कोरोना संकट को देखते हुए शीर्ष अफसरों भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने पर जोर दे रहे हैं. यह नजारा सोमवार को कोरोना संकट पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में दिखा. राज्य में लॉकडाउन के बाद से पहली बार अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की. इस दौरान मुख्य सचिव दीपक कुमार अपने घर से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हालात का जायजा लेते रहे. वहीं डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय समेत अधिकतर विभागों के प्रधान सचिव भी अपने-अपने चेंबर में ही मौजूद रहे.

सभी डीएम और एसपी को निर्देश : राहत केंद्र और क्वारेंटाइन सेंटर पर पुख्ता सुरक्षा करें

मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों और एसपी को आपदा राहत केंद्रों और क्वारेंटाइन सेंटर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आदेश दिया. सीवान और गया की घटनाओं का हवाला देकर मुख्य सचिव ने कहा कि कहीं भी हंगामा या बाहरी घुसपैठ नहीं होना चाहिए. जिलाधिकारी और एसपी की यह संयुक्त जिम्मेदारी रहेगी. इन सेंटरों में रहने वाले लोगों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाए. लेकिन, बेवजह समस्या खड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई में भी नरमी नहीं बरती जानी चाहिए.

स्वास्थ्य विभाग का फैसला : होटल और लॉज में भी बनेंगे आइसोलेशन-क्वारेंटाइन सेंटर

स्वास्थ्य विभाग पूरे राज्य में मेडिकल कॉलेज, जिला, अनुमंडल व प्रखंड स्तर के अस्पतालों में बने आइसोलेशन व क्वारेंटाइन सेंटर के अतिरिक्त सात हजार रूम की व्यवस्था करने की रणनीति बनाई है. सबसे अधिक 762 रूम किशनगंज में, पटना में 575 के साथ-साथ अन्य जिलों को मिलाकर कुल 7163 रूम जिला प्रशासन ने के पास अभी है. जरूरत पड़ने पर जिलों के होटल और लॉज में भी आइसोलेशन और क्वारेंटाइन सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है.

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