सरकार का बड़ा फैसला, गरीबी से जूझ रहे पद्म पुरस्कार विजेताओं को हर महीने मिलेंगे 10 हजार रुपए

PATNA:  आर्थिक संकट से जूझ रहे राज्य के पद्म पुरस्कार विजेताओं को हर माह 10,000 रुपए देने का फैसला किया है। ये फैसला ओडिशा सरकार ने किया है। राज्य के संस्कृति विभाग के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोमवार को मंजूरी दे दी। सरकार का कहना है कि खराब माली हालत से जूझ रहे पद्म पुरस्कार विजेताओं को वित्तीय सहायता  दी जाएगी। 

बता दें कि पद्म श्री से सम्मानित हलधर नाग, दैतारी नाइक, कमला पुजारी और जितेन्द्र हरीपाल अपने खस्ता माली हालत को लेकर खबरों में थे। 2018 में पद्म श्री पाने वाने आदिवासी किसान 75 साल के नाइक ने कहा था कि वह अपना सम्मान वापस लौटा देंगे क्योंकि सम्मानित होने के बाद गांव के लोग उन्हें काम नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा था कि लोग मुझे काम नहीं दे रहे हैं क्योंकि उन्हें लगता है यह मेरे लिए उचित नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तक राज्य के 84 लोगों को पद्म श्री सम्मान मिला है जिनमें से 45 का नि’धन हो चुका है। बाकी 35 में से कुछ की माली हालत ठीक नहीं है।

पहाड़ों के बीच से तीन किलोमीटर लंबी नहर खोदने के लिए 2018 में पद्मश्री से नवाजे गए 75 वर्षीय जनजातीय किसान दैतारी ने खुलेआम यह पुरस्कार लौटाने की धमकी दी थी। राज्य के चार पद्मश्री विजेता हालदर नाग, दैतारी नाईक, कमला पुजारी और जितेंद्र हरिपाल हाल ही में अपनी गरीबी के कारण सुर्खियों में थे। आपने कई बार  सम्मान वापस लौटाने की खबरें सुनी होंगी। लेकिन अब ओडिशा सरकार के इस कदम से आर्थिक संकट से जूझ रहे पद्म पुरस्कार विजेताओं को आर्थिक सहायता मिल सकता है।

 

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *