पटना एयरपोर्ट को बेचने का विरोध शुरू, कर्मियों का प्रदर्शन, हवाईअड्डा निदेशक को दिया ज्ञापन
पटना समेत देश के एक दर्जन मुनाफे में चल रहे एयरपोर्ट का केंद्र सरकार निजीकरण करने जा रही है। इसको देखते हुए पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार को भी कर्मियों ने काली पट्टी लगाकर ड्यूटी की। यही नहीं करीब 75 कर्मियों ने एयरपोर्ट निदेशक भूपेश नेगी के कक्ष के पास लंच आवर में जमकर प्रदर्शन किया। ज्वॉइंट फोरम ऑफ यूनियन एंड एसोसिएशन ऑफ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बैनर तले कर्मियों ने करीब 20 मिनट तक प्रदर्शन करने के साथ ही नेगी को ज्ञापन भी दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि वे अपने उच्च पदाधिकारियों को पटना में होने वाले प्रदर्शन व काली पट्टी लगाकर काम करने के बाबत सूचना दें। 2 सितंबर से कर्मी काली पट्टी लगाकर काम कर रहे थे। 2 सितंबर को भी निदेशक के कक्ष के पास कर्मियों ने प्रदर्शन किया था। पहले चरण का आंदोलन शुक्रवार को समाप्त हो गया। ज्वॉइंट फोरम ऑफ यूनियन एण्ड एसोसिएशन ऑफ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के स्थानीय संयोजक अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार मुनाफे में चल रहे एयरपोर्ट को निजीकरण कर रही है।
जिन हवाई अड्डों को सरकार ने निजी कंपनियों को सौंपा उससे यात्रियों काे कोई फायदा नहीं हुआ है। एयरपोर्ट अथॉरिटी खुद ही आधारभूत संरचना को बेहतर करने, नया हवाई बनाने, एयरपोर्ट भवन बनाने में सक्षम है। सरकार निजीकरण के बहाने बड़े कारोबारी घरानों को फायादा पहुंचाने में लगी है। इसे अब होने नहीं देंगे।