चिराग को झटका, BJP ने किया NDA से बाहर, पशुपति पारस और प्रिंस राज से मिले अमित शाह

सांसद चिराग पासवान को अब भाजपा का अंदाज चुभने लगा है। लोजपा को तोड़कर बागी बने चाचा पशुपति पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज को भाजपा जिस अंदाज में महत्व दे रही वह चिराग के लिए यह साफ संकेत है कि एनडीए में अब उनके रास्ते बंद होने को हैं।
रामविलास पासवान के सियासी विरासत पर खुद को स्थापित करने के लिए चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान जुटे हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को पशुपति पारस से फोन पर बातचीत की। अमित शाह का फोन ऐसे समय आया है, जब केंद्र की मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेज है।

बिहार में LJP चाचा-भतीजे के बीच दो गुटों में बंट चुकी है। रामविलास पासवान के सियासी विरासत पर खुद को स्थापित करने के लिए चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान जुटे हैं। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को पशुपति पारस को फोन करके बातचीत की। अमित शाह का फोन ऐसे समय आया है, जब केंद्र की मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेज है। ऐसे में पशुपति को अमित शाह का आया फोन चिराग पासवान के लिए सियासी तौर पर चिंता बढ़ाने वाला माना जा रहा है।
रामविलास पासवान की जयंती के मौके पर सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने LJP संसदीय दल के नेता पशुपति कुमार पारस को फोन किया। अमित शाह का फोन केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा है। हालांकि पारस ने इस तरह की बातें खारिज की और कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी है।पशुपति पारस ने कहा कि केंद्र की कैबिनेट विस्तार पर अमित शाह से कोई बात नहीं हुई है। मंत्रिमंडल का विस्तार पीएम मोदी का विशेषाधिकार है। पारस ने कहा कि जानकारी मिल रही है कि 1-2 दिनों में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। पशुपति पारस भले ही खुलकर मंत्री बनने की बात को स्वीकार न कर रहे हों, लेकिन जिस तरह से रामविलास पासवान की जंयती पर पत्रकारों ने पूछा गया कि क्या मंत्री बनने वाले है, क्या अमित शाह का फोन आया था तो उन्होंने कहा कि राज को राज रहने दो।

एक दिन पहले समस्तीपुर से सांसद प्रिंस राज के पिता रामचंद्र पासवान की पुण्य तिथि में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल की मौजूदगी रही। वहीं चिराग पासवान ने भी अलग से रामचंद्र पासवान की पुण्य तिथि पर अलग से कार्यक्रम किया था। गुरुवार को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके दिल्ली स्थित आवास पर भेंट की। आधे घंटे तक की इस मुलाकात में रामचंद्र पासवान के पुत्र और लोजपा (पारस गुट) के बिहार अध्यक्ष सांसद प्रिंस राज भी मौजूद थे। इस मुलाकात से फिर चिराग पासवान को भाजपा ने इंजेक्शन दे दिया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से चिराग पासवान अब दूर हो रहे, यह साफ संकेत है। 

चिराग पासवान को उम्मीद थी कि मोदी उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह देंगे। लेकिन, नीतीश कुमार और जेडीयू ने जिस तरह से पशुपति पारस के कंधे पर पीछे से हाथ रखा है, उसे देखते हुए चिराग के मंत्री बनने की संभावना बहुत कम है। इतना ही नहीं अमित शाह के पशुपति पारस को फोन करने के बाद संभावना पूरी तरह से खत्म होती दिख रही है। गौरतलब है कि LJP पहले से ही मोदी कैबिनेट में शामिल थी। रामविलास पासवान मोदी कैबिनेट में मंत्री थे। लेकिन उनके निधन के बाद LJP की हिस्सेदारी केंद्रीय कैबिनेट से खत्म हो गई थी। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग ने एनडीए से अलग होकर इलेक्शन में आने का फैसला लिया था। वहीं, पशुपति पारस ने पार्टी सांसदों को अपने साथ मिला लिया है, जिसके चलते चिराग अकेले पढ़ गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि LJP कोटे से पशुपति के मंत्री बनने की संभावना बढ़ गई है।

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